स्व. मोहन सिंह एक व्यक्ति नहीं विचार थे- चितरंजन
देवरिया -आज समाजवादी चिंतक एवं विचारक पूर्व सांसद स्वर्गीय मोहन सिंह की 12वीं पुण्यतिथि जिला पंचायत सभागार में उनकी पुत्री पूर्व सांसद कनकलता सिंह के द्वारा आयोजित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व प्रोफेसर चितरंजन मिश्रा ने कहा कि मोहन सिंह एक व्यक्ति नहीं विचार थे ,उन्होंने कहा कि विचारों से आज भी मोहन सिंह हम सभी के बीच जीवित है। जीवन भर बाबू मोहन सिंह ने समाजवाद को आत्मसात किया| वे सबसेट सांसद होते हुए भी जनता से और आम मुद्दों से जुड़े रहे।
कार्यक्रम की आयोजक पूर्व सांसद कनकलता सिंह ने कहा कि मेरे जीवन का उद्देश्य है पिताजी के बताए हुए मार्गों पर चलूं तथा समाज के अंतिम व्यक्ति के लिए कार्य करती रहूं। अपने पिताजी के पद चिन्ह पर चलकर उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का कार्य करूंगी |उन्होंने कार्यक्रम में आए हुए जनता के प्रति आभार व्यक्त की।
कार्यक्रम के अध्यक्षता जिला अध्यक्ष व्यास यादव एवं संचालन जिला महासचिव मंजूर हसन ने किया|

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