भगवान राम की प्रतिमा वेस्ट मटेरियल से बना डाली 10,200 स्क्वायर फीट की प्रतिमा
भागलपुर के स्थानीय कलाकार अनिल कुमार एवं उनके 8 सहयोगियों ने 4 दिनों में भगवान राम की छवि को उकेरने का काम किया। इस कलाकृति को वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने पंजीकृत कर लिया है और जल्द ही इसकी विधिवत घोषणा भी उनके द्वारा की जाएगी। धरती पर वेस्ट मटेरियल से कहीं भी इतनी बड़ी कलाकृति नहीं है। यही कारण है कि इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में नाम मिलना तय माना जा रहा है।
यह जानकारी रामनवमी महोत्सव के संयोजक अर्जित चौबे ने दी।अर्जित चौबे ने बताया कि रामनवमी महोत्सव में सर्वप्रथम भागलपुर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर एवं बाबा बूढ़ानाथ मंदिर के लक्ष्मण पंडित द्वारा मंत्रोच्चार के बाद महोत्सव का शुभारंभ किया गया। हिंदू नववर्ष के शुभ अवसर पर हजारों की संख्या में बच्चे अपने परिजनों के साथ दिया लेकर प्रभु रामचंद्र जी के चरण में अर्पण करने आए। हजारों दीपों को जलाने के बाद दीपावली जैसा मनमोहक वातावरण बना, जिसने लोगों का मन मोह लिया।
भागलपुर में रामनवमी पर 100 फीट लंबी और 85 फीट चौड़ी भगवान राम की विशाल पोर्ट्रेट आर्ट ने सभी को मोहित कर लिया। स्थानीय कलाकारों ने 15 प्राकृतिक रंगों से यह कलाकृति तैयार की है। इस आकृति को बनाने में वेस्ट मटेरियल का इस्तेमाल किया गया है।
भागलपुर में रामनवमी के अवसर पर लाजपत पार्क मैदान में बनी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की पोर्ट्रेट आर्ट ने सभी का मन मोह लिया है। बेहद ही खूबसूरत और अलौकिक तस्वीर को जमीन पर उकेरा गया है। भागलपुर में ऐसा दूसरी बार है जब भगवान श्री राम की विराट छवि तैयार की गई हो। ये 120 फीट लंबी और 85 फीट चौड़ी है। कुल 10200 वर्ग फीट के पराक्रमी राम की छवि है जो कि गंगा से निकलने वाले रेत, वेस्ट मटेरियल, आरारोट डस्ट, लकड़ी का बुरादा, कोयला पावडर और प्राकृतिक रंग को मिलाकर कुल 15 रंगों से तैयार किया गया है।