Saturday 13th of December 2025 08:15:40 PM

Breaking News
  • महाराष्ट्र में माइक्रोसॉफ्ट का भारी ,AI हब ,45 हजार लोगो के लिए रोजगार |
  • मोदी कैबिनेट ने डिजिटल जनगणना और कोलसेतू नीति को दी मंजूरी |
  • आल इंडिया सिविल सर्विस स्पोर्ट मीट 2025 -26 का भव्य आयोजन 13-15 दिसम्बर तक पटना में | 
Facebook Comments
By : Nishpaksh Pratinidhi | Published Date : 26 Aug 2024 5:33 PM |   200 views

भारतीय तटरक्षक ने समन्वित अभियान में रात के समय साहसिक बचाव कार्य करते हुए 11 लोगों की जान बचाई

                        फाइल फोटो 

भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) ने 26 अगस्त, 2024 को रात के समय एक चुनौतीपूर्ण खोज एवं बचाव अभियान के दौरान संकट में फंसे एमवी आईटीटी प्यूमा के चालक दल के 11 सदस्यों को बचाया। मुंबई में पंजीकृत यह सामान्य मालवाहक जहाज कोलकाता से पोर्ट ब्लेयर जाने के रास्ते में था, जब वह कथित तौर पर सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से लगभग 90 समुद्री मील दक्षिण में डूब गया।

शुरुआत में, समुद्री खोज एवं बचाव समन्वय केंद्र (एमआरसीसी) चेन्नई को 25 अगस्त, 2024 को देर शाम एक संकट संबंधी संकेत प्राप्त हुआ। कोलकाता स्थित आईसीजी के क्षेत्रीय मुख्यालय (उत्तर पूर्व) ने तुरंत आईसीजी के दो जहाजों और एक डोर्नियर विमान को उक्त स्थल पर भेजा। रात के समय उपयोग योग्य उन्नत सेंसरों से सुसज्जित डोर्नियर विमान ने भटकते हुए जीवनरक्षक नौकाओं को ढूढ़ लिया और उसे संकट में फंसे चालक दल की ओर से जीवित रहने संबंधी सूचक लाल रोशनी दिखाई दी।

विमान द्वारा निर्देशित, आईसीजी के जहाज उन निर्देशांकों पर पहुंचे जहां जीवित बचे लोगों के साथ दो जीवनरक्षक नौका एकसाथ बंधे हुए पाए गए। चुनौतीपूर्ण मौसम के बावजूद, आईसीजी के जहाज सारंग और अमोघ ने, डोर्नियर विमान के साथ, 25 अगस्त की देर रात और 26 अगस्त की सुबह चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए, एक समन्वित समुद्री-हवाई बचाव कार्य को पूरा किया।

Facebook Comments