बॉन्ग जून हो की नई फिल्म ‘मिकी 17’ का कॉन्सेप्ट सुनकर वर्ल्ड ऑडियंस चौक उठेगा
2020 में एक नाम अचानक विश्व पटल पर छा गया| हर ओर इसके चर्चे थे| नाम था, बॉन्ग जून हो| कारण थी उनकी फिल्म ‘पैरासाइट’. 92वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में इस फिल्म ने तहलका मचा दिया. बड़ी-बड़ी अंग्रेजी फिल्मों को पीछे छोड़ते हुए इस कोरियन फिल्म ने 4 ऑस्कर अपने नाम किए. ‘पैरासाइट’ की बारीक स्टोरीटेलिंग से दुनिया को चौंका देने वाले बॉन्ग जून हो अब एक और फिल्म लेकर आ रहे हैं| इस फिल्म का कॉन्सेप्ट भी वर्ल्ड ऑडियंस को चौंका देगा|
बॉन्ग ब्लैक कॉमेडी के उस्ताद हैं| ये फिल्म भी इसी कैटगरी की होने वाली है. 4 ऑस्कर जीतने के बाद दुनिया जानना चाहती थी कि बॉन्ग अगली फिल्म कौन सी बना रहे हैं? ऐसे में उन्होंने अपनी नई फिल्म अनाउंस की, Mickey 17. इसका बजट 1240 करोड़ के आस-पास बताया जा रहा है| एक साल पहले इसका एक छोटा-सा टीजर रिलीज हुआ, इसमें रॉबर्ट पैटिंसन किसी मशीन पर लेटे हुए दिख रहे हैं. अभी मेकर्स ने इसकी कहानी, कैरेक्टर्स के लुक समेत कई बातों से पर्दा नहीं उठाया है. हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार फिल्म जनवरी 2025 में रिलीज होने वाली है|
इस फिल्म की कहानी को लेकर सोशल मीडिया पर कई थ्योरीज चल रही हैं| सब में अलग-अलग कहानी बताई जा रही है. किसी में कहा जा रहा है कि इसका लीड किरदार एक अपराधी है| उसे सजा देने के लिए ब्लैकहोल भेज दिया जाएगा| अब हम आपको सच्चाई के सबसे नजदीक वाली फैन थ्योरी बताते हैं| ऐसा कहा जा रहा है कि ‘मिकी 17’ एडवर्ड एशटन के मिकी 7 नाम के साइंस-फिक्शन नॉवेल पर आधारित है| फिल्म की कहानी इसी उपन्यास से उठाई गई है| ये मानव मन में उठ रहे असमंजसों की कहानी है, जो आज से कई हजार साल आगे घटती है| एडवर्ड एशटन ने अपने नॉवेल के कॉन्सेप्ट के बारे में बताया था| उनके अनुसार ये सवाल पहली बार 1755 में उठा| अगर आप अपना दिमाग, अपना स्वाद, अपनी शख्सियत से लेकर हर एक चीज कॉपी करके दूसरे शरीर में पेस्ट कर पाते, तो क्या वो दूसरा शरीर नया इंसान कहलाएगा या फिर वो आप ही होंगे? यही सवाल ‘मिकी 7’ के नायक की ज़िंदगी का केंद्र है|
निल्फहाइम नाम की एक बर्फ में बनी हुई दुनिया है| वहां मिकी नाम के एक आदमी को मिशन पर भेजा जाता है| ताकि उस जगह का अध्ययन करके वहां इंसानों की कॉलोनी बसाई जा सके| वहां मिकी को हर संभव हो सकने वाला खतरनाक काम करना है| अपने शरीर के उसे परखच्चे उड़ाने हैं| हर सूरत में उसका एक ही परिणाम है, उसे मरना होगा| वो जीवित नहीं रह सकता| जैसे ही वो मरेगा, उसका एक क्लोन बनाया जाएगा जो पूरी तरह से उसके जैसा होगा| यानी वही कॉन्सेप्ट जिसकी अभी हमने ऊपर बात की. मिकी छह बार मर चुका है| अब उसे सातवीं बार मरना है| इसलिए ही इस उपन्यास का नाम ‘मिकी 7’ है|
मिशन से पहले मिकी को अमरत्व देने का वादा किया गया था. इसके लिए उसे बार-बार मरना होगा| उसने ये बात मानी, पर अब उसे लग रहा है कि उसने भारी भूल कर दी| वो इस मिशन से खुद को अलग करना चाहता है. पर ऐसा संभव नहीं है. वो इसी मतभेद से जूझ रहा है| उसे अपनी वो पहचान चाहिए, जिस शरीर में वो पहली बार मरा था. ‘मिकी 7’ इसी कहानी पर बेस्ट नॉवेल है| बॉन्ग की फिल्म भी इसी के इर्द-गिर्द होने वाली है. बाकी सवालों के जवाब आपको जनवरी 2025 में मिलेंगे|