राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा भारत सरकार अपनी सेना वापस बुला ले
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने आधिकारिक तौर पर भारत सरकार से मालदीव से अपनी सेना वापस लेने का अनुरोध किया है. राष्ट्रपति कार्यालय ने इस संबंध में एक बयान जारी किया है| राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा कि मालदीव के लोगों ने उन्हें सितंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव के दौरान यह इसके लिए एक मजबूत जनादेश दिया है| राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि भारत मालदीव के लोगों की लोकतांत्रिक इच्छा का सम्मान करेगा| मुइज्जू 17 नवंबर को शपथग्रहण के बाद आधिकारिक रूप से मालदीव के राष्ट्रपति बने हैं|
भारत की तरफ से केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू मोहम्मद मुइज्जू के शपथग्रहण समारोह में पहुंचे थे. शपथ के बाद राष्ट्रपति और किरेन रिजिजू में बातचीत हुई| इस द्विपक्षीय बैठक में मुइज्जू ने रिजिजू से यह अपील की कि भारत अब अपनी सेना वापस बुला ले| भारत ने मालदीव को गिफ्ट के तौर पर फाइटर जेट्स तक दे रखे हैं| आमतौर पर ड्रग्स की सप्लाई को रोकने के लिए यहां भारतीय सेना की तैनाती है.
पूर्व इंजीनियर से नेता बने मुइज्जू को माले के मेयर पद से इस्तीफा देने के बाद मालदीव के आठवें राष्ट्रपति के रूप में चुना गया है| एक अच्छे मार्जिन के साथ उन्होंने जीत हासिल की| उनके शपथग्रहण समारोह में दक्षिण एशियाई देशों के अन्य नेताओं को भी निमंत्रण दिया गया था|
किरेन रिजिजू से बातचीत में मुइज्जू ने मालदीव में चल रहे भारत समर्थित प्रोजेक्ट पर भी बात की, जिनमें ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट भी शामिल है| इस प्रोजेक्ट के जरिए छोटे-छोटे आईलैंड को राजधानी से जोड़ने का प्लान है| उन्होंने इन प्रोजेक्ट्स में तेजी लाने की बात कही|
राष्ट्रपति मुइज्जू ने चुनाव अभियान के दौरान यह वादा किया था कि मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी उन मुद्दों में से एक है जिन्हें हल करने की जरूरत है| हालांकि, उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में विशेष रूप से किसी देश का नाम नहीं लिया| पिछले पांच साल में भारतीय सेना ने मालदीव को कई मोर्चे पर बड़ी मदद की है, जिसमें समुद्री सुरक्षा शामिल है. इससे मालदीव के 523 लोगों की जान बची| भारत ने मालदीव की समुद्री सुरक्षा की रक्षा के लिए बहुआयामी मिशनों पर भी सहयोग किया है|