कविता और कवि
सब के बस की बात नहीं, कवि बनना कविता करना
जब थाती आपके पास नही, कैसे कर सकते हैं रचना ?
शब्दों की थाती होती है, भाव सुमन भी होते है
कवि के ऊपर निर्भर करता, ये शब्द बीज कहाँ बोते है?
शब्द संयोजन अच्छा होगा रचनाएँ सुन्दर होगी ही
भावप्रधान रचलऑभ, भावुकता दर्शित होगी है
कीमत जैसे द्रब्य की होती वैसे शब्द की कीमत है
शब्द उसी के पास है, होते, जिसकी पढ़ने की नीयत है |
रचनाकार बहुत देखा हू, और प्रतिदिन देखा करता हूँ
अक्सर अधिकाधिक पटलो पर, उनकी कविता मै पढ़ता हूँ
कहते हैं इस लाईक करिये सब्सक्राईब आप अवश्य करें
अच्छी लगे मंच पर कविता, तो ताली से उत्साह भरे
क्या ऐसे कवि की कविता, दमदार कभी हो सकती है?
क्या उनकी रचनाओं से, कोई दिशा कभी मिल सकती है?
उत्तर यदि ना में है इसका तो कवि उसको कैसे कह दू ?
उसकी रचना को सौदागर, कैसे मैं प्रश्रय दे दूँ ?