क्ले माडलिंग वर्कशाप एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
गोरखपुर -विश्व धरोहर सप्ताह (19 से 25 नवम्बर, 2022) के अन्तर्गत राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) एवं रोटरी क्लब गोरखपुर मिड टाउन के संयुक्त तत्वावधान में आज संग्रहालय परिसर में क्ले माडलिंग वर्कशाप एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
क्ले माडलिंग प्रतियोगिता में मूर्तिकार सुशील कुमार गुप्ता ने मिट्टी की उपादेयता एवं गुण की विस्तार से चर्चा करते हुए कक्षा-9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं को मिट्टी से ‘बुद्ध शीर्ष‘ तथा ‘गणेश‘ बनाकर प्रशिक्षित किया।
प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरान्त समस्त प्रतिभागियों ने मिट्टी से उपरोक्तानुसार निर्धारित विषय से सम्बन्धित मूर्तियाॅं बनाते हुए अपने कला-कौशल का परिचय दिया। उक्त कार्यक्रम में कुल 85 बच्चों ने प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को संग्रहालय एवं रोटरी क्लब गोरखपुर मिडटाउन की ओर से पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र मुख्य अतिथि लरीशा, शाखा प्रबन्धक, भारतीय स्टेट बैंक तारामण्डल, गोरखपुर द्वारा प्रदान किया गया। जिसमें डिवाइन पब्लिक स्कूल के शिवम निषाद ने प्रथम पुरस्कार, गायत्री विद्यापीठ इण्टर कालेज, आजाद चैक, गोरखपुर की खुशी त्रिपाठी ने द्वितीय पुरस्कार, ए0डी0 गल्र्स राजकीय इण्टर कालेज के रीला गुप्ता नेे तृतीय पुरस्कार तथा राजकीय जुबिली इण्टर कालेज एवं एम0पी0 इण्टर कालेज गोरखपुर के क्रमशः अनुराग कुशवाहा तथा उत्कर्ष शर्मा ने सान्त्वना पुरस्कार प्राप्त किया।
पुरस्कार वितरण के पश्चात मुख्य अतिथि लरीशा ने अपने सम्बोधन में बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि अखण्ड भारत और प्रमुख विश्व नेता के गठन/निर्माण में इस तरह के कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होते है। हमारे समाज में ऐसी पहल की जरूरत है।
क्ले माडलिंग वर्कशाप एवं प्रतियोगिता के आयोजन से एक ओर जहाॅं बच्चे अपने धरोहर के प्रति सजग हो सकेंगे, वहीं दूसरी ओर उन्हें अन्य विधाओं में भी कलात्मक सर्जना करने की प्रेरणा मिलेगी। किसी भी क्षेत्र में अपने को सर्वोच्च सिद्ध करने के लिए अथक परिश्रम एवं संकल्प की आवश्यकता है, संकल्प करने वाले व्यक्ति का प्रयास ही सफल होता है, जो अपनी योग्यता, मेहनत व कर्मठता से कीर्तिमान स्थापित करते हैं।
संग्रहालय के उप निदेशक, डाॅ0 मनोज कुमार गौतम ने कहा कि संग्रहालय द्वारा समय-समय पर विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिससे नौनिहालों के भीतर छिपी प्रतिभा को सामने लाकर उन्हें और ज्यादा प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके। बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान एवं कला के क्षेत्र में भी जाने का प्रयास करना चाहिए। इस तरह की प्रतियोगिताओं के माध्यम से इन्हें जागरूक करना एवं प्रतिस्पद्र्धी बनाना आवश्यक है। ऐसे महान उद्देश्य की प्राप्ति के लिए संग्रहालय का यह प्रयास निश्चय ही सराहनीय है।
रोटरी क्लब गोरखपुर मिडटाउन के रोटेरियन अध्यक्ष बाल कृष्ण अग्रवाल ने कहा कि बच्चों द्वारा बनायी गयी मूर्तियां न केवल उनके विचार एवं कल्पनाओं को साकार करती हैं, बल्कि उनके अन्दर छिपी प्रतिभा एवं रचनात्मक सामथ्र्य को भी दर्शाती हैं। इन नौनिहालों द्वारा बनाई गयी आकृतियों से सिद्ध होता है कि उनके प्रयास वास्तव में रचनात्मक है। इस अवसर पर रोटेरियन नितेन अग्रवाल ने कहा कि राजकीय बौद्ध संग्रहालय द्वारा निरन्तर शैक्षिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियाॅं गोरखपुर के लिए अमूल्य योगदान साबित हो रही है।
अनुभवी मूर्तिकार/प्रशिक्षक सुशील कुमार गुप्ता ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए वर्तमान में क्ले माडलिंग का अत्यधिक महत्व है। इससे जहाॅं एक ओर मूर्ति कलाकारों को रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं, वहीं पर्यावरण संरक्षण में भी इनकी अहम भूमिका होती है।