Monday 22nd of September 2025 03:45:54 AM

Breaking News
  •  22 सितम्बर से लागू होंगी GST की नई दरें ,MRP देखकर ही करे खरीददारी |
  • उत्तराखंड सरकार आपदा प्रभावित धराली के सेब उत्पादकों से उपज खरीदेगी |
  • H-1 B पर खडगे के खोखले नारे बयान पर भड़के पूर्व विदेश सचिव ,किरन रिजिजू ने कांग्रेस को घेरा | 
Facebook Comments
By : Nishpaksh Pratinidhi | Published Date : 11 Oct 2022 5:20 PM |   529 views

“मेरा शहर मेरा इतिहास” कार्यक्रम का आयोजन हुआ

  • इतिहास एक एजुकेशनल ट्रस्ट है जो पूरे भारत में धरोहरिक शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में कार्यरत है।
कुशीनगर -इतिहास उत्तर प्रदेश के स्कूली बच्चों के साथ धरोहर की जागरूकता और सस्टेनएबल टुरिज़म पे काम कर रहा है। “मेरा शहर मेरा इतिहास” एक कार्यक्रम है जो उत्तर प्रदेश पर्यटन,संस्कृति विभाग और इतिहास की सहभागिता की अनूठी पहल है। 
 
इस कार्यक्रम के पहले चरण में इतिहास ने लखनऊ, बनारस और गोरखपुर के स्कूलों के साथ काम किया ।लखनऊ में यह कार्यक्रम अगस्त में , बनारस में सितम्बर में और आज कुशीनगर के राजकीय बौद्ध संग्रहालय में संपन्न हुआ। 
 
संग्रहालयाध्यक्ष अमित कुमार द्विवेदी ने मेरा शहर मेरा इतिहास एक कार्यक्रम के अंतर्गत संग्रहालय भ्रमण पर छात्र- छात्राओं को सम्बोधित करते हुए संग्रहालय के महत्व, भारतीय इतिहास,कला एवं संस्कृति तथा वीथिकाओं में प्रदर्शित कलाकृतियों के बारे में जानकारी प्रदान की और कुशीनगर के ऐतिहासिक महत्व पर भी प्रकाश डाले।
 
गोरखपुर के लगभग 500 स्कूली बच्चों ने आज इस कार्यक्रम में भाग लिए । इसी कार्यक्रम के अंतरगत स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन इतिहास ने किया और उत्कृष्ट प्रतियोगियों को प्रमाण पत्र  अमित कुमार द्विवेदी द्वारा दिया गया |बच्चों ने अपनी विरासत और धरोहर के विशेष में संग्रहालय की सहायता से जानकारी साझा की।
 
मुकेश कुमार मेश्राम, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश बच्चों को विरासत से जोड़ने के लिए स्क्रीय भूमिका निभा रहे हैं। उनका मानना है कि छात्र अपनी विरासत से जुड़ी  जगहों पे जाएँ और सस्टेनएबल टुरिज़म को बढ़ावा दें ।
 
स्मिता वत्स, फ़ाउंडर डिरेक्टर इतिहास, ने कहा कि “ मेरा शहर मेरा इतिहास” एक ऐसे कार्यक्रम है जिस से छात्र अपने शहर और उसके इतिहास को लेकर गौरवान्वित महसूस  करते हैं ।
 
यह कार्यक्रम लगभग 15 दिन तक एक शहर में चलता है। इस की शुरुआत स्कूलों में एक अभिविन्यास से हुई, फिर स्लोगन प्रतियोगिता और  आज संग्रहालय और महा परिनिर्वाण मंदिर और कल गोरखनाथ मंदिर एवं गीता प्रेस में सम्पन्न होगी ।
 
उक्त अवसर पर इंदिरा, शिवानी, पवन,अमित इतिहास से, स्कूलों के अध्यापक/अध्यापिका, तेज प्रताप, गोविंद, मीरचंद, अवधेश, अमित सिंह, शैलेश आदि उपस्थित रहे।
Facebook Comments