किसानों की आय दोगुनी हो सके, इसके लिए उन्हें पशुपालन व अन्य व्यवसायों को अपनाना चाहिए- राज्यपाल

इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि मुझे खुशी है कि किसान आयोजकों ने यह कम्पनी बनाई है जिसमें लगभग 500 परिवारों को जोड़ा है। इस कम्पनी को मण्डी परिषद में एक छोटी सी दुकान दी गयी है, जो आर्गेनिक उत्पादन को बढ़ावा देगी। इसके अलावा किसानों को प्रामाणिक बीज व फल उपलब्ध करायेगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार किसानों को सोलर पम्प व अन्य कृषि यंत्रों पर अनुदान उपलब्ध करा रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषि विश्व विद्यालयों के माध्यम से किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण, मार्गदर्शन व कृषि आधारित अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि किसानों के लिए मार्केटिंग की समस्या है, ऐसी दुकानों केे मिल जाने पर उत्पाद बेचने की समस्या का समाधान हो जायेगा। वर्तमान समय में खेती में रसायनिक उर्वरकों के अधिक प्रयोग के कारण विभिन्न बीमारियों उत्पन्न हो रही है, आर्गेनिक उत्पादों के उपयोग से इन बीमारियों पर अंकुश लगाना संभव होगा। उन्होंने कहा कि जब आर्गेनिक खेती की शुरुवात होगी तो उसमें पैदावार कम होगी, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगी।
राज्यपाल ने कहा कि केन्द्र सरकार, राज्य सरकार व कृषि विभाग द्वारा किसानों के लिए कई योजनाएं चलायी जा रही है जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है।उन्होंने कहा कि ड्रोन तकनीक को कृषि कार्यों में उपयोग से खेती की लागत में कमी आयेगी। वर्षा प्रारंभ होने पर खेतों में कई तरह के कीड़े-मकौड़े उत्पन्न होते है जो फसलों को नुकसान पहुॅचाते है।
ड्रोन से दवाओं के छिड़काव से कीड़े-मकौड़ों को खत्म किया जा सकता है इससे फसल स्वच्छ व उत्पादन में वृद्धि होती है। प्रदेश के युवाओं को ड्रोन निर्माण में रोजगार हासिल हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री की मंशा है, कि किसानों की आय दोगुनी हो सके, इसके लिए उन्हें कृषि के अलावा पशुपालन व अन्य व्यवसायों को अपनाना चाहिए।

इस अवसर पर निदेशक, सावित्री देवी जैव ऊर्जा फार्मर प्रोडक्ट कम्पनी लिमिटेड (एफपीओ) राम प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी हो सके, इसमें लघु सीमान्त किसानों की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह प्रदेश की पहली उत्पादक कम्पनी है जो पारदर्शिता से कार्य कर रही है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
एमएलके पीजी कॉलेज में मा0 राज्यपाल जी द्वारा विभिन्न विभागों आईसीडीएस, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, स्वयं सहायता समूह, थारू जनजाति के स्थानीय उत्पाद आदि स्टालो का अवलोकन किया गया। इस दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं से वार्ता की।


गर्भवती महिला दूध, हरी सब्जी, संतुलित आहार अवश्य ले यह परिवार द्वारा अवश्य देखा जाना चाहिए। नवजात के लिए मां का दूध अमृत के समान होता है, डिलीवरी के 1 घंटे के भीतर यदि मां का दूध नवजात को मिल जाए तो अनेक बीमारियां से मुक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि बच्चे का मां के दूध पर अधिकार है।
आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री यह सुनिश्चित करें कि महिलाएं बच्चे को स्तनपान जरूर कराएं। ग्राम प्रधान ग्राम में सर्वे कराकर 3 वर्ष तक के बच्चों का शत-प्रतिशत आंगनवाड़ी केंद्रों में दाखिला कराएं। शत-प्रतिशत बच्चों का प्राथमिक स्कूलों में नामांकन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चे को मातृ भाषा में ही शिक्षा प्रदान की जाए।
इसके उपरांत राज्यपाल जी द्वारा जिला कारागार का भ्रमण किया गया। इस दौरान जिला कारागार का भ्रमण कर चुके बच्चों से राज्यपाल द्वारा संवाद किया गया। छात्रों ने बताया कि जिला कारागार के भ्रमण के दौरान उन्हें जेल के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला। आम सोच के विपरीत यहां पर साफ-सफाई, स्वच्छता दिखाई पड़ी। राज्यपाल ने कहा कि बच्चों के विकास के लिए विद्यालयों द्वारा छात्रों को प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सरकारी कार्यालयों, फैक्ट्रियों आदि का भ्रमण कराया जाए।
राज्यपाल द्वारा महिला कैदियों को साड़ी, शैक्षिक किट का वितरण किया गया।इसके उपरांत राज्यपाल जी द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र कलवारी का निरीक्षण किया गया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस अवसर पर राज्यमंत्री समाज कल्याण स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण, कुलपति सिद्धार्थनगर यूनिवर्सिटी हरि बहादुर श्रीवास्तव, विधायक बलरामपुर सदर पल्टूराम, विधायक तुलसीपुर कैलाश नाथ शुक्ल, जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रावस्ती दद्दन मिश्र, जिलाधिकारी डॉ महेंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सक्सेना, प्राचार्य जेपी पांडे, मुख्य विकास अधिकारी संजीव कुमार मौर्य, अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष व अन्य संबंधित अधिकारी/कर्मचारी गण उपस्थित रहे।
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