Wednesday 5th of November 2025 06:53:54 AM

Breaking News
  • बिहार चुनाव -पहले चरण का प्रचार थमा ,121 सीटों पर 6 नवम्बर को मतदान|
  • बिलासपुर ट्रेन दुर्घटना-यात्री मालगाड़ी की भीषण टक्कर में 4 की मौत ,कई घायल |
  • बंगाल में अवैध रूप से रहने के आरोप में बांग्लादेशी ब्लॉगर गिरफ्तार,2018 में भारत आया था | 
Facebook Comments
By : Nishpaksh Pratinidhi | Published Date : 23 Aug 2022 6:29 PM |   777 views

विधि का ज्ञान देना ही विधिक साक्षरता का हैं मूल उद्देश्य -सचिव इशरत परवीन

देवरिया- आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जिला चिकित्सालय के धनवन्तरी सभागार कक्ष में विधिक जागरूकता/साक्षरता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सचिव /सिविल जज (सीनियर डिवीजन) जिला विधिक सेवा प्राधिकरण इशरत परवीन फारूकी रही।
 
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया इशरत परवीन फारूकी ने कहा कि  बच्चों के सुरक्षा, शिक्षा एवं सहायता पर विशेष ध्यान देते हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने कहा कि विधि के उल्लंघन करते पाये जाने वाले बालकों के देखरेख तथा संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों से संबंधित विधि का समेकन और संशोधन करने के लिए बालकों के हितों के लिए सर्वोत्तम दृष्टिकोण अपनाते हुये समुचित देखरेख, संरक्षा, विकास, उपचार तथा समाज से पुनः मिलाने के माध्यम से उनको प्रोत्साहित किया जायें। बाल संरक्षण अधिकारी जय प्रकाश तिवारी ने बालकों की सुरक्षा एवं सहायता हेतु समाज को एक साथ आगे आने का आह्वान किया।
 
उन्होंने बालश्रम रोकने पर विशेष बल दिया, ऐसे बालक जिनकी उम्र 14 वर्ष से कम हैं और किसी होटल या कल-कारखाने में कार्य कर रहें तो उनको ऐसे करने से रोका जाये तथा नियमानुसार संबंधित के विरूद्ध उचित कार्यवाही किया जायें। उनके द्वारा शासन के द्वारा संचालित योजना बाल सेवा योजना, रानी लक्ष्मीबाई महिला योजना, तथा अन्य योजनाओं के बारें में विस्तार से बताया गया।
 
उप मुख्य चिकित्साधिकारी संजय चन्द्र के द्वारा जागरूकता/साक्षरता के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ से सम्बन्धित समस्याओं को दुर करने के लिये सम्बन्धित क्षेत्र के सी0एच0ओ को निर्देशित किया।
 
संयुक्त सचिव जिला बार एसोशिएशन देवरिया अमरेन्द्र धर द्धिवेदी के द्वारा बताया गया कि ऐसे बालक जो लावारिस या अनाथ हैं उनकी सभी तरह की आवश्यकताओं की पूर्ति की जाये तथा उनके मूलभूत मानव अधिकारों की पूर्णतया संरक्षा की जाए। ऐसे बालक जो मानसिक रूप से बीमार या शारीरिक रूप से असुविधाग्रस्त हैं अथवा असाध्य रोग से पीड़ित हैं, जिसकी सहायता या देखभाल करने वाला कोई नहीं या जिसके माता-पिता या संरक्षक नहीं हैं ऐसे बालकों को उनकी देखभाल करने का पूरी व्यवस्था की जायें।
 
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 संजय चन्द्र, डी0सी0पी0एम0 डा0 राजेश कुमार, बाल संरक्षण अधिकारी जयप्रकाश तिवारी, यूनिसेफ से गुलजार त्यागी, उप निरीक्षक महिला थाना सुषमा तिवारी, सोशल वर्कर वर्षा सिंह, वन स्टाफ सेन्टर से  केंद्र  प्रबंधक नीतू भारती , मनोवैज्ञानिक मीनू जायसवाल  केस वर्कर चांदनी मिश्रा, पूजा  रेनू  सी0एच0ओ प्रियंका पटेल, रानी चौरसिया, प्रिया यादव, अंकिता यादव, ग्राम प्रधान खरजरवा अशवाद अंसारी लीलावती देवी जन कल्याण सेवा ट्रस्ट  पथरदेवा से विनय सिंह लाभार्थी शाजिया खातुन, रीना देवी तथा आमजनमानस उपस्थित रहें।
Facebook Comments