नेपाली संसद और SC भी आग के हवाले
नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के अपने पद से इस्तीफा देने से कुछ मिनट पहले, जेनरेशन जेड के प्रदर्शनकारियों ने संसद में घुसकर परिसर की एक इमारत में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने भक्तपुर के बालकोट क्षेत्र में ओली के आवास और अन्य वरिष्ठ नेताओं के घरों में भी आग लगा दी।
सोशल मीडिया पर प्रतिबंध हटा लिए जाने के बाद से यह विरोध प्रदर्शन जारी है। इमारत में आग लगी हुई थी, तब भी हजारों प्रदर्शनकारी नारे लगाते हुए और झंडे लहराते हुए संसद की ओर मार्च करते रहे। प्रदर्शनकारियों ने सिंह दरबार परिसर के पश्चिमी द्वार को तोड़कर उसमें भी प्रवेश किया। बताया जा रहा है कि उन्होंने द्वार को आग लगा दी और नेपाल के केंद्रीय प्रशासनिक परिसर में जबरन घुस गए।
सरकार की ओर से कर्फ्यू घोषित किए जाने के बाद भी हजारों की संख्या में युवा सड़कों पर डटे हुए हैं और तमाम मंत्रियों के आवासों को फूंक डाला है। इन युवाओं ने पीएम और राष्ट्रपति के निजी आवासों को कब्जे में ले लिया है और आग लगा दी है। नेपाली कांग्रेस के केंद्रीय कार्यालय को भी फूंका गया है। इसके अलावा अभी-अभी संसद भवन और सुप्रीम कोर्ट को भी इन उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया है।
केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा देश में व्हाट्सएप, फेसबुक, एक्स, यूट्यूब और 22 अन्य सोशल मीडिया साइटों पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद, नेपाल में जेन जेड के बैनर तले युवाओं द्वारा व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। जब विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए और 19 लोगों की मौत हो गई, तो सरकार ने सोमवार देर रात प्रतिबंध हटा लिया।
हालाँकि, देश भर में आंदोलन में हुई मौतों को लेकर सरकार विरोधी प्रदर्शन जारी रहे। सोमवार के विरोध प्रदर्शन में हुई मौतों के बाद अधिकारियों ने कथित तौर पर राजधानी के प्रमुख इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है। इसके अलावा, मंगलवार दोपहर सानेपा स्थित नेपाली कांग्रेस के केंद्रीय कार्यालय में भी तोड़फोड़ की गई।