मधुमक्खी पालन युवाओं के लिए रोजगार का बेहतर विकल्प – मुरारी मोहन शाही

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पकहा ग्राम प्रधान मुरारी मोहन शाही ने कहा कि ग्रामीण युवाओं के लिए मधुमक्खी पालन रोजगार का बेहतर विकल्प बन सकता है।ग्रामीण युवा भूमि संरक्षण विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से मधुमक्खी पालन पर परीक्षण प्राप्त कर रोजगार का सृजन कर सकते हैं।
कार्यक्रम के समन्वयक और उद्यान विशेषज्ञ डॉ. रजनीश श्रीवास्तव ने प्रतिभागियों को मधुमक्खी पालन की प्रक्रिया, मधुमक्खी समाज के नियमन और मधुमक्खी पालन के लिए आवश्यक उपकरणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मधुमक्खी पालन से किसानों को स्थायी आय प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। कार्यक्रम के सह समन्वयक और गृह विज्ञान विशेषज्ञ जय कुमार ने बताया कि मधुमक्खी पालन से प्राप्त शहद स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है और परिवार के पोषण स्तर में सुधार करने में मदद करता है।
उन्होंने बताया कि महिलाएं भी मधुमक्खी पालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं और इससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल सकता है।
कार्यक्रम में वंश गोपाल, मनीष पटेल, अवदेश कुमार, शारदा गिरि, पिंटू गोड़ा, विनोद प्रसाद, मोनू गुप्ता आदि सहित 30 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
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