कृषि विश्वविद्यालय और हिरण्यवती नदी को आपसी समन्वय स्थापित करके सुंदर बनाने के दृष्टिगत डीएम ने की कुलपति व विधायक से वार्ता
कुशीनगर -जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा विधायक कसया पी. एन.पाठक व कुलपति आचार्य नरेंद्र देव कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,(अयोध्या) बिजेंद्र सिंह(नोडल अधिकारी कुशीनगर) के साथ मैत्रेय परियोजना के अंतर्गत प्रस्तावित भूमि पर बनने वाले कृषि विश्वविद्यालय कुशीनगर हेतु वार्ता करते हुए विस्तृत प्लान की चर्चा की गई।
कृषि विश्वविद्यालय और हिरण्यवती नदी को आपसी समन्वय स्थापित करके दोनो को सुंदर बनाए जाने को लेकर जिलाधिकारी द्वारा कुलपति कृषि विश्वविद्यालय व आर्किटेक्ट (वास्तुकार) से विशेष वार्ता की गई। जिलाधिकारी ने कहा की इस कृषि विश्वविद्यालय को पूरे उत्तर प्रदेश में सबसे बेहतर बनाना है ताकि यह अन्य कृषि विश्वविद्यालयों के लिए उदाहरण रहे।
यह विश्वविद्यालय अनुपम एवं उत्कृष्ट बनना चाहिए। इसमें जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देते हुए वाटर बॉडीज भी रहें। आर्किटेक्ट (वास्तुकार) द्वारा कृषि विश्वविद्यालय का रिवाइज्ड नक्शा प्रस्तुत किया गया।
इस दौरान प्रभावित होने वाले गाटे और रकबे का प्रस्तुतिकरण किया गया।आर्किटेक्ट द्वारा कृषि विश्व विद्यालय के अंतर्गत बनने वाले एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, प्रयोगशाला, शिक्षकों के चैंबर्स, लेक्चरर रूम, क्लास रूम के बारे में बताया गया।
जिस पर कुलपति और जिलाधिकारी द्वारा आवश्यक निर्देश देते हुए कहा की हिरण्यवाती नदी और कृषि विश्वविद्यालय दोनो आसपास है इसका निर्माण इस प्रकार से करें की शिक्षण संस्थान के साथ साथ पर्यटन और जल संरक्षण के दृष्टिकोण से यह उत्कृष्ट एवं अनुपम बनें।
तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित वेंडरों के द्वारा लगाए जाने वाले ठेला खोंचों के लिए उचित स्थानों की समस्याओं को सुनते हुए कहा की आप सभी के लिए उचित स्थान की व्यवस्था की गई है वहां पर लगा सकते है।
जिलाधिकारी ने ईओ कुशीनगर को वेंडरों के उचित स्थान पर पूरी व्यवस्था करने, साफ सफाई कराने और आवश्यक सुविधाए मुहैया कराने के निर्देश दिए तथा कुशीनगर पर्यटन क्षेत्र के ईद गिर्द किसी भी वर्जित वाहन पार्क एरिया वाले स्थान पर वाहन खड़े न रहे , अपितु सभी वाहन पार्किंग एरिया में ही पार्क करे, इसका विशेष ध्यान भी पुलिस चौकी इंचार्ज और ईओ रखें।
तत्पश्चात विधायक एवं जिलाधिकारी द्वारा मौजा सिसवा में प्रस्तावित सर्किट हाउस और ऑडिटोरियम का स्थलीय निरीक्षण किया गया। उपस्थित क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा चिन्हित भूमि और इसके आसपास की भूमि और उसकी नवईयत की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस अवसर पर आर्किटेक्ट (वास्तुकार) संतोष कुमार त्रिपाठी, साइट अभियंता, दिनेश कुमार शर्मा, तहसीलदार कसया नरेंद्र राम, क्षेत्रीय लेखपाल, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
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