नेपाल सांप्रदायिक हिंसा, कई हिंदुओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया
नेपाल सांप्रदायिक हिंसा में जल रहा है और वहां पर लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है| नेपालगंज में पिछले कई दिनों से दो समुदायों के बीच जारी हिंसा के बाद कई जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया| हालांकि कल इसमें थोड़ी ढील दी गई थी. ऐहतियान इलाके में भारी तादाद में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है |
कंट्टरपंथियों ने भारत के पड़ोसी मुल्क के कई शहरों में कहर बरपा रखा है| ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं कि वहां पर कई हिंदुओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया| यह भी सुनने में आया कि उनके ऊपर छतों से पत्थर फेंके गए| उनके घरों और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया|
हिंसा की आग में झुलसे शहर की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें साफ दिख रहा है कि आरोपी कट्टरपंथी समूह हिंदुओं पर जमकर पत्थर बरसा रहे हैं. हाथों में ध्वज लिए हिंदू भाग रहे हैं. दूसरी ओर, नेपालगंज में मंगलवार से अनिश्चित काल के लिए लगाए गए कर्फ्यू में कल गुरुवार को ढील दे दी गई| मुख्य जिला अधिकारी बिपिन आचार्य ने जानकारी दी कि स्थानीय प्रशासन अधिनियम, 2028 के अनुसार कल सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक कर्फ्यू हटा दी गई| हालांकि निषेधाज्ञा आदेश शहर के कई हिस्सों में गुरुवार की रात 8 बजे से शुक्रवार की सुबह 6 बजे तक हटा ली गई थी|
क्षेत्र में एकत्र होने, सभा करने, रैली निकालने और प्रदर्शन करने जैसी गतिविधियों की अनुमति नहीं है| इसके अलावा 5 से अधिक लोगों को एक स्थान पर एकत्र होने की भी अनुमति नहीं दी गई है| शहर में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने और सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा करने तथा शांति एवं सुरक्षा को लेकर स्थानीय प्रशासन ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है|
उप-महानगरीय शहर में नेपालगंज में आखिर हिंसा शुरू की वजह क्या रही. शहर में बीफ विवाद से यह हिंसा शुरू हो गई| हिंसा की यह आग अब देश के कई इलाकों को भी अपनी चपेट में ले लिया है| कट्टरपंथियों ने सैकड़ों गाड़ियों और दुकानों में तोड़फोड़ की, यही नहीं उनमें आग भी लगा दी गई| सड़कों पर सरेआम भड़काऊ नारे तक लगाए गए|
हालात को देखते हुए नेपाल सरकार ने कई शहरों में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया है. सड़कों पर पुलिस की भारी तैनाती की है| ईद मिलाद-उन-नबी के मौके पर एक अक्टूबर को जुलूस निकाला गया| हिंसा की वजह से पूरा शहर जल उठा था और सड़कों पर आगजनी हुई| आगजनी इस कदर की गई कि दूर तक काले धुएं का गुबार तक देखे गए| कई सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया|
नेपालगंज की सड़कों पर ‘सिर तन से जुदा’ जैसे सरेआम लगातार भड़काऊ नारे लगाए गए. आरोप है कि इस दौरान कई लोगों पर हमले भी हुए| नारेबाजी और हंगामे के विरोध में हिंदू बिरादरी के लोगों ने भी बंद रखा| हालांकि जब इन लोगों ने रैली निकाली तो सड़क पर पथराव हुआ|