संग्रहालय में ‘सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता‘ का आयोजन किया गया
गोरखपुर -शहीद चन्द्रशेखर आजाद जयन्ती के अवसर पर राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर द्वारा आज संग्रहालय में ‘सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता‘ का आयोजन किया गया|
जिसमें विभिन्न 8 विद्यालयों के कक्षा 6 से 8 तक (जूनियर वर्ग) एवं कक्षा 9 से 12 तक (सीनियर वर्ग) के लगभग 150 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभागिता की।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि लरीशा, शाखा प्रबन्धक, भारतीय स्टेट बैंक, तारामण्डल ब्रांच, गोरखपुर रही। दीप प्रज्जवलन तथा शहीद चन्द्रशेखर आजाद जी के तस्वीर पर पुष्पांजलि के पश्चात डाॅ0 यशवन्त सिंह राठौर, उप निदेशक राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर द्वारा मुख्य अतिथि का पुष्प गुच्छ तथा स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया।
उक्त अवसर पर विशिष्ट अतिथि/निर्णायक सदस्य के रूप में डाॅ0 रेखा रानी शर्मा, असिस्टेन्ट प्रोफेसर, चन्द्रकान्ति रमावती देवी आर्य महिला महाविद्यालय, महिन्द्रा कम्पनी के स्टेट हेड, मनीष कुमार यादव, एडिशनल डिविजन मैनेजर ओ0आई0सी0एल0, गोरखपुर धीरज सिंह एवं काउन्सलर ऋतु आदि भी उपस्थित रही।
उक्त प्रतियोगिता में समस्त प्रतिभागियों ने पूर्ण मनोयोग से भाग लिया। जूनियर वर्ग में प्रथम सोनू मौर्य, एम0पी0 इण्टर कालेज, द्वितीय पुरस्कार मयंक आर्य, जी0एन0 नेशनल पब्लिक स्कूल, तृतीय पुरस्कार वैभव शर्मा, सरस्वती शिशु मन्दिर, सीनियर सेकेण्डरी स्कूल एवं सान्त्वना पुरस्कार क्रमशः सार्थक त्रिपाठी एम0पी0 इण्टर कालेज एवं शिवांग मणि त्रिपाठी जी0एन0नेशनल पब्लिक स्कूल, गोरखपुर ने प्राप्त किया।
सीनियर वर्ग में प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार क्रमशः ए0डी0 गर्ल्स इण्टर कालेज की साक्षी चतुर्वेदी, निशा त्रिपाठी व प्राथना सामन्त ने व सान्त्वना पुरस्कार दीपक त्रिपाठी राजकीय जुबिली इण्टर कालेज व अनुशा मणि, जी0एन0 नेशनल पब्लिक स्कूल, गोरखपुर ने प्राप्त किया। मुख्य अतिथि द्वारा सफल प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र वितरित किये गये।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि लरीशा ने अपने सम्बोधन में प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि बड़े पैमाने पर बच्चों को संग्रहालय द्वारा आयोजित ज्ञानवर्धक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए बधाई दी। सभी छात्र-छात्राओं को सफलता-असफलता की परवाह किये बिना कठिन परिश्रम करना चाहिए। सतत परिश्रम से उन्हें निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होती है। हमे अपने अतीत एवं वर्तमान परिवेश की गतिविधियों के प्रति सजग रहना होगा तभी हम देश की सुरक्षा एवं उसेे सुदृढ़ बनाने में सहायक हो सकते है।
संग्रहालय के उप निदेशक डाॅ0 यशवन्त सिंह राठौर ने कहा कि यह अधिक महत्वपूर्ण है कि किसी प्रतियोगिता में भाग लेकर चुनौती को स्वीकार किया जाय। छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।‘ क्योंकि मन के हारे हार है मन के जीते जीत। असफलता से सबक लेकर ही आगे सफलता प्राप्त की जा सकती है। बच्चों में बौद्धिक क्षमता एवं प्रतिभा को निखारना एवं प्रस्फुटित करना संग्रहालय का प्रमुख उद्देश्य है। इसी उद्देश्य की प्राप्ति के लिए संग्रहालय द्वारा समय-समय पर विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता रहा है। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 सन्दीप श्रीवास्तव ने किया।
आज उक्त प्रतियोगिता के अलावा पौधरोपण उत्सव के अन्तर्गत एक श्रृंखला का भी शुभारम्भ किया गया, जिसमें जन सहयोग की भावना से विभिन्न संस्थाओं को संग्रहालय परिसर में वृक्षारोपण हेतु आमंत्रित किया जा रहा है। इसी क्रम में आज दीप्तिमान संस्कृति फाउण्डेशन फार आर्ट कल्चर एण्ड हेरिटेज के सदस्यों द्वारा एक दर्जन से अधिक पौधों का रोपण कर पर्यावरण को स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया गया।
संस्था की ओर से फाउण्डेशन के न्यासी ऋतु, निलय कुमार, तृप्ति श्रीवास्तव, पूजा सिंह, गौरव गुप्ता, प्राची श्रीवास्तव, सुजीत सिंह एवं स्निग्धा सिंह आदि उपस्थित उल्लेखनीय रही।
उक्त अवसर पर बड़ी संख्या में अध्यापक एवं अभिभावकगण भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की सफलता के लिए संग्रहालय के उप निदेशक डाॅ0 यशवन्त सिंह राठौर ने पत्रकार, शिक्षक, अभिभावक एवं अन्य उपस्थित गणमान्य को धन्यवाद दिया।