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By : Nishpaksh Pratinidhi | Published Date : 4 Feb 2023 6:26 PM |   282 views

वरासत दर्ज करने में विलंब करने पर लेखपाल निलंबित

देवरिया-जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने शनिवार को बरहज तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस के अंतर्गत फरियादियों की समस्याओं का समाधान किया। कुल 68 प्रकरण आये जिनमें से 10 का समाधान कर दिया गया है।
 
अवशेष प्रकरणों का निस्तारण संपूर्ण समाधान दिवस शासनादेश में निर्धारित सात दिन की समयावधि के भीतर करने का निर्देश दिया। वहीं वरासत दर्ज करने के एक प्रकरण में अकारण विलंब करने पर डीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है।
 
ग्राम करौंदी, झगवा टोला निवासी पूजा देवी ने पति की मृत्यु के दो माह बाद भी अकारण वरासत दर्ज नहीं होने की शिकायत की। उन्होंने लेखपाल द्वारा बार-बार दौड़ाए जाने की बात कही। डीएम ने लेखपाल प्रमोद प्रसाद से बार-बार दौड़ाया जाने की वजह पूछी, का समुचित उत्तर भी नहीं दे सके।
 
डीएम ने इस पर गहरी नाराजगी व्यक्त की और उत्तरदायित्व तय करते हुए उन्हें निलंबित करने का निर्देश दिया।ग्राम रुच्चापर के राजू यादव, शैलेश गौड़ सहित विभिन्न ग्रामीणों ने रास्ते से अवैध कब्जे को हटाने की मांग की। डीएम ने तत्काल राजस्व निरीक्षक को मौके भेजकर समस्या का निस्तारण कराया।मोहाव, टप्पा रायपुरा निवासी अक्षय लाल पुत्र मदन ने अवैध अतिक्रमण की शिकायत की। डीएम ने ईओ बरहज, एसएचओ व हल्का लेखपाल को मौके पर भेजकर प्रकरण का निस्तारण कराया।
 
बरहज तहसील में आज आये कुल 68 प्रकरणों में से 30 राजस्व, 19 पुलिस, 4 विकास, 6 खाद्य एवं रसद, 1 समाज कल्याण, 1 शिक्षा तथा 7 अन्य विभागों से संबंधित थे।
 
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में ऐसे कई प्रकरण आते हैं जिनमें कई पक्ष संबंधित होते हैं और बिना मौके पर गए समाधान संभव नहीं होता है। ऐसे प्रकरणों के निस्तारण के लिए क्विक रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि राजस्व सहित समस्त विभागों से जुड़े प्रकरणों का निस्तारण सभी संबंधित पक्षों को सुनकर गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ सुनिश्चित किया जाए। सात दिन की अवधि समाप्त होने के पश्चात समीक्षा की जाएगी। 
 
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने पुलिस से जुड़े प्रकरणों की सुनवाई की। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभाग आपस में समन्वय कर समस्याओं का समय से निस्तारण करें।
 
इस अवसर पर सीएमओ डॉ राजेश झा, जिला विकास अधिकारी रवि शंकर राय, डीएसओ संजय पांडेय, बीएसए हरिश्चंद्रनाथ सहित विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
 
18 दिव्यांगों के बने प्रमाणपत्र, यूडीआईडी भी हुई जनरेट-
 
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की पहल पर संपूर्ण समाधान दिवस पर आयोजित होने वाले दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाने के विशेष कैंप में 18 दिव्यांगजनों का यूडीआईडी नंबर जनरेट किया गया एवं प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया गया।
 
जिन लोगों का प्रमाण पत्र बनाया गया उनमें प्रेमशील, दिलीप चौरसिया, राजेश, रमेश, गिरिजाशंकर चौहान, अखिलेश, शिव नारायण प्रसाद, देविका पांडेय, विद्या सागर, उग्रसेन, रोशनी, रामचंदर निषाद, प्रभात प्रताप यादव शामिल हैं।इस अवसर पर जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी केके राय, डॉ सतीराम, डॉ केशव प्रसाद, डॉ बृज नारायण, डॉ दिव्य दीपक, डॉ राजेश कुमार, डॉ तैयब अली इत्यादि मौजूद थे।
 
जिलाधिकारी ने किया मोहन सेतु का निरीक्षण-
 
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज बरहज में सरयू नदी पर राजकीय सेतु निगम द्वारा निर्माणाधीन मोहन सेतु का निरीक्षण किया। लगभग 80 कर्मचारी काम करते हुए मिले।
 
जिलाधिकारी ने परियोजना को मार्च 2023 तक पूर्ण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मोहन सेतु क्षेत्रीय कनेक्टिविटी की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसका निर्माण पूर्ण होने से लोगों को काफी सहूलियत होगी।जिलाधिकारी ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर पीपा का पुल नहीं बनने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी से स्पष्टीकरण तलब किया है।
 
डीएम ने कहा कि प्रतिवर्ष जनसुविधा की दृष्टि से 15 नवंबर के आसपास पीपा पुल द्वारा लोगों को आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस वर्ष अभी तक पीपा पुल नहीं बनने का उत्तरदायित्व तय कर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
 
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से अविलंब पीपा पुल बनाने का निर्देश दिया।
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