बौद्ध कला पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी 31 जनवरी तक
कुशीनगर -संग्रहालय की शैक्षिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के अंतर्गत राजकीय बौद्ध संग्रहालय, कुशीनगर द्वारा आज सेे बौद्ध कला पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया हैं।
प्रदर्शनी में बौद्ध कला के विविध आयामों यथा स्थापत्य, मूर्तिकला व चित्रकला आदि को छायाचित्रों के माध्यम से रोचक ढंग से प्रदर्शित किया गया। इसके अतिरिक्त प्रदर्शनी में अन्य देशों की बौद्ध कला के नमूनों को भी दर्शाया गया है।
स्थापत्य कला के अन्तर्गत कुशीनगर, सारनाथ, अजन्ता तथा बोधगया में अवस्थित स्थापत्य संरचनाओं के छायाचित्र, मूर्तिकला में गांधार, मथुरा, अमरावती व सारनाथ शैली की प्रतिमाओं के छायाचित्र, तथा चित्रकला के अन्तर्गत अजन्ता के छायाचित्र प्रदर्शित किए गये हैं।
बौद्ध मूर्तिकला में बुद्ध व बोधिसत्वों आदि की मूर्तियों का निर्माण कुषाण काल में महायान सम्प्रदाय के अस्तित्व में आने के बाद आरंभ हुआ था। इससे पूर्व बुद्ध व उनसे जुड़ी घटनाओं का अंकन विविध प्रतीकों यथा पदचिन्ह, पीपल के वृक्ष, स्तूप तथा सिंह आदि के माध्यम से किया जाता था।
प्रदर्शनी के अवलोकन से दर्शकों को बौद्ध कला के विकास व उसके विविध आयामों की जानकारी अत्यन्त सहज ढंग से प्राप्त हो सकेगी।
प्रदर्शनी 31जनवरी, 2023 तक जनसामान्य के अवलोनार्थ प्रत्येक कार्य दिवसों में जारी रहेगी।
उक्त अवसर पर तेज प्रताप शुक्ला, गोविन्द, वेग, अमित सिंह, अजीत यादव, मीरचन्द्र आदि उपस्थित रहे।