By :
Nishpaksh Pratinidhi
| Published Date :
18
Dec
2022
6:56 PM
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गोरखपुर -आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत काकोरी बलिदान दिवस के अवसर पर भारत सरकार के निर्देशानुसार जनपद गोरखपुर में पाॅंच दिवसीय वृहद एवं भव्य कार्यक्रमों के आयोजन की श्रृंखला के अन्तर्गत आज चौथे दिन योगिराज बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह रामगढ़ताल, गोरखपुर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डाॅ0 सत्या पाण्डेय, पूर्व मेयर गोरखपुर द्वारा किया गया।

कार्यक्रमों की कड़ी में सर्वप्रथम एम0पी0पी0 आर्य कन्या इण्टर कालेज, गोरखपुर तथा महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़ गोरखपुर द्वारा देशभक्ति नृत्य/गायन आदि की प्रस्तुति की गयी।

तदोपरान्त विजय शंकर विश्वकर्मा एवं उनकी टीम द्वारा देश भक्ति पर आधारित लोकगीत एवं प्रतिभा साहू का एकल नृत्य, द्वारा देशभक्ति गीत तथा भारतेन्दु नाट्य सेवा संस्थान लखनऊ द्वारा तिरंगा नाटक की प्रस्तुति दी गयी। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रीता श्रीवास्तव द्वारा किया गया।

समस्त कलाकारों ने काकोरी घटना से जुड़े बलिदानियों एवं स्वतंत्रता आन्दोलन से सम्बन्धित विविध पहलुओं पर मार्मिक दृश्य का मंचन, लोकनृत्य, लोकगीत एवं नाटकों के माध्यम से प्रस्तुत कर दर्शकों का न केवल मन मोहा बल्कि उनमें क्रांतिकारियों जैसा जज्बा और जुनून भर दिया।

सभी दर्शकों ने स्कूली छात्र-छात्राओं तथा स्थानीय एवं बाहर से आये कलाकारों के नृत्य, गीत एवं अभिनय का भरपूर आनन्द लिया। मनोरंजनपूर्ण प्रस्तुतियों का दर्शकों तालियों की गड़गड़ाहट सभी कलाकारों का हौसला आफजाई किया। मुख्य अतिथि सहित सभी दर्शकों एवं लगभग 200 छात्र-छात्राओं ने काकोरी ट्रेन एक्शन डे पर लगी चित्र एवं अभिलेख प्रदर्शनी को भी देखा और सराहा।

उक्त कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि डाॅ0 सत्या पाण्डेय ने कहा कि काकोरी बलिदान दिवस के अवसर पर गोरखपुर के बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह में संस्कृति विभाग एवं जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं काकोरी घटना से सम्बन्धित अभिलेख प्रदर्शनी अत्यन्त अद्भूत रहा। स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिल की गहराईयों को छू गयी।
पूर्वांचल की धरती अनेक शहीदों को जन्म दिया, जिन्होने भारत माता को आजाद कराने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। गोरखपुर की धरा ने भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चैरी-चैरा की घटना ने स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा प्रदान की।
सेनानियों का बलिदान हमें कभी भूलना नहीं चाहिए। जिनकी बदौलत आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं तथा आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। हमारे देश का इतिहास बहुत ही गौरवशाली रहा है, जिसकी विविध लोक परम्परा, कला, धर्म एवं संस्कृतियों का संगम रहा है। हमारा दायित्व है कि इन्हें सुरक्षित एवं संरक्षित रखने के साथ-साथ अपने देश की रक्षा करने हेतु उन क्रान्तिकारियों के बलिदान से प्रेरणा लेते रहें। संस्कृति विभाग, उ0प्र0 द्वारा गोरखपुर सहित पूर्वांचल की सांकृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन के साथ-साथ अपनी संस्कृति को सहेजने का निरन्तर चल रहा प्रयास अत्यन्त सराहनीय है।
इस अवसर पर डाॅ0 मनोज कुमार गौतम, उप निदेशक, राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर एवं प्रभारी, क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र, गोरखपुर ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सांकृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन की कड़ी में गोरखपुर क्षेत्र सांस्कृतिक सम्पदा से परिपूर्ण एवं सतत् प्रयत्नशील है।
संग्रहालय के उप निदेशक, डाॅ0 मनोज कुमार गौतम ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन के सहयोग से काकोरी बलिदान दिवस पर पाॅंच दिवसीय कार्यक्रमों का सुचारू रूप से सम्पादन किया जा रहा है।

उक्त अवसर पर वी पी सिंह, राकेश श्रीवास्तव, जय नारायण, नीता रानी, तृप्ति गुप्ता, मानवेंद्र त्रिपाठी, शिवेंद्र पांडेय एन पी सिंह, डॉक्टर पवन कुमार, अखिलेश कुमार गुप्ता, सुनीता शालिनी शुक्ला एवं पुष्पा चौरसिया आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।