
स्वदेशी व स्वशासन के प्रबल अधिवक्ता थे तिलक – सौरभ शुक्ल
गोरखपुर-सरस्वती शिशु मंदिर (10+2) पक्की बाग गोरखपुर में दो क्रांतिकारियों की जयंती मनाई गई जिसमें बाल गंगाधर तिलक एवं चंद्रशेखर आजाद विद्यालय के आचार्य सौरभ शुक्ल ने तिलक के जीवन
गोरखपुर-सरस्वती शिशु मंदिर (10+2) पक्की बाग गोरखपुर में दो क्रांतिकारियों की जयंती मनाई गई जिसमें बाल गंगाधर तिलक एवं चंद्रशेखर आजाद विद्यालय के आचार्य सौरभ शुक्ल ने तिलक के जीवन
कुशीनगर-आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुशीनगर के मध्यस्थता केन्द्र में वाद संख्या-148/2023 तानसेन उर्फ बबलू बनाम अनुप्रिया उर्फ पिंकी की पत्रावली में सुलह-समझौता के माध्यम से निपटान किया गया। इस
महंगे प्रीमियम पर बीमा करवाने में असमर्थ लोगों के लिए डाक विभाग का इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक विशेष दुर्घटना सुरक्षा बीमा लेकर आया है, जिसमें वर्ष में महज रु 320,
गोरखपुर -राजकीय बौद्ध संग्रहालय गोरखपुर (संस्कृति विभाग, उ0प्र0) नीना थापा इण्टर काॅलेज, कूड़ाघाट गोरखपुर के संयुक्त तत्वाधान में शहीद चन्द्रशेखर आजाद जी की जयन्ती के अवसर पर जूनियर एवं सीनियर
पौधे जीवन के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है।इनका महत्व इसी से समझा जा सकता है कि धरती पर जीवन का पहला लक्षण वनस्पति के रूप में ही प्रकट हुआ।वनस्पति के बाद
गोरखपुर-भोजपुरी एसोशियेशन ऑफ़ इंडिया “भाई “ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राकेश श्रीवास्तव एवं क्षेत्रीय संयोजक शिवेंद्र पांडेय ने दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्व विद्यालय में भोजपुरी अध्ययन केंद्र के स्थापना
गोरखपुर- गोरखपुर रेलवे स्टेशन से लगभग 2 km की दूरी पर स्थित है रेल म्यूजियम |रेल म्यूजियम में रखे गए पुराने इंजन, उपकरण, मॉडल और अभिलेख रेलवे के प्रगति यात्रा की
देवरिया- प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के हरित क्षेत्र में बढ़ोतरी के लिए चलाये जा रहे वृक्षारोपण जन आंदोलन-2024 में जनपदवासियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और बड़ी संख्या में पौधारोपण
कुशीनगर- राज्य सूचना आयुक्त दिलीप कुमार अग्निहोत्री द्वारा आज कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद में सूचना के अधिकार के संबंध में पुलिस विभाग एवं तहसील स्तरीय जन सूचना अधिकारियों के साथ आवश्यक
कुशीनगर -जनपद के विभिन्न क्षेत्रों मे नदी, नहर, कुआँ, तालाब, गहरे गड्ढे, पोखर, आदि जलाशयों मे स्नान करने, जानवर नहलाने, या कपड़े धोने कम उम्र के बच्चों को अभिभावकों
कुशीनगर -जनपद के विभिन्न क्षेत्रों मे नदी, नहर, कुआँ, तालाब, गहरे गड्ढे, पोखर, आदि जलाशयों मे स्नान करने, जानवर नहलाने, या कपड़े धोने कम उम्र के बच्चों को अभिभावकों