ड्राइविंग लाइसेंस हेतु आवेदकों का हो रहा है विधिवत परीक्षण

एआरटीओ ने बताया कि परिवहन विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि हर आवेदक स्वयं वाहन चलाकर निर्धारित मानकों के अनुसार ड्राइविंग क्षमता का प्रदर्शन करे। दोपहिया और चारपहिया वाहनों के लिए अलग-अलग परीक्षण पद्धतियों का पालन किया जा रहा है, जिसमें क्लच, ब्रेक, स्टेयरिंग नियंत्रण, ट्रैफिक संकेतों की समझ, बैक गियर और रिवर्स पार्किंग जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं की जांच की जाती है।
ड्राइविंग टेस्ट स्थल पर सीसीटीवी कैमरे और अन्य तकनीकी माध्यमों से निगरानी की जा रही है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि परीक्षण प्रक्रिया पूर्णतः निष्पक्ष, पारदर्शी एवं मानक के अनुरूप हो। साथ ही आवेदकों को मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी भी दी जा रही है ताकि वे सड़क पर सुरक्षित एवं जिम्मेदार चालक बन सकें।
भारती ने यह भी बताया कि बिना परीक्षण के कोई भी लाइसेंस निर्गत नहीं किया जा रहा है और किसी भी प्रकार की सिफारिश या अनुचित दबाव को सख्ती से खारिज किया जा रहा है। इसके साथ ही विभाग द्वारा जनसामान्य को यह सलाह दी गई है कि वे ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए दलालों की बजाय सीधे परिवहन कार्यालय से संपर्क करें।
परिवहन विभाग का उद्देश्य न केवल ड्राइविंग लाइसेंस जारी करना है, बल्कि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करना भी है। सभी नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे नियमों का पालन करें और योग्य चालक बनकर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में अपनी भूमिका निभाएं।
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