किसान दिवस में कृषकों को दी गई योजनाओं की जानकारी

प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) सोलर पम्प योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि इस वर्ष लगभग 80 से 90 प्रतिशत तक अनुदान पर सोलर पम्प दिया जायेगा। इस योजना में पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर सोलर पम्प की ऑनलाइन बुकिंग होगी।
किट बीज के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस समय विभाग में तोरिया एवं सरसों बीज के मिनीकिट सभी राजकीय कृषि बीज भण्डारों पर भेजे जा रहे हैं। कृषकों से अनुरोध है कि इच्छुक व्यक्ति ऑनलाइन मांग कर लें। जनपद में कृषकों एवं किसान यूनियन के प्रतिनिधियों द्वारा समितियों/रिटेलरों के यहां यूरिया की कमी की जानकारी दी गई, जिस पर उप कृषि निदेशक द्वारा सहायक निबंधक सहकारी समितियां एवं जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित किया गया कि स्टॉक में रखी हुई यूरिया को आवश्यकतानुसार रोककर शेष यूरिया समितियों एवं रिटेलरों के यहां उपलब्ध कराएं। साथ ही उप कृषि निदेशक ने कृषकों को बताया कि फार्मर रजिस्ट्री कराने हेतु कृषि बीज भण्डार, राजस्व विभाग, सहज जन सेवा केन्द्र आदि पर जाकर अवश्य कराएं। यदि किसी किसान को कोई समस्या आ रही हो तो वह अपने नजदीकी राजकीय कृषि बीज भण्डार पर सम्पर्क कर सकता है।
पशुपालन विभाग के मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, देवरिया ने किसान दिवस की बैठक में विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि इस समय विभाग में नन्दबाबा योजना, मिनी नन्दिनी योजना और प्रगतिशील प्रोत्साहन योजना संचालित है। प्रगतिशील प्रोत्साहन योजना में कृषक पशु बीमा अवश्य कराएं। साथ ही गलाघोटू, खुरपका-मुंहपका एवं लंपी बीमारी के टीकाकरण के बारे में जानकारी दी गई कि किसी भी टीके के बीच 21 दिन का अंतर होना चाहिए। आवारा पशुओं के संबंध में जानकारी देते हुए कहा गया कि किसान अधिक से अधिक बछिया सींगन (सींग जलवाना) कराएं। इसके अतिरिक्त पशुओं में हो रही बीमारियों के आयुर्वेदिक/घरेलू उपायों के बारे में भी बताया गया।
नहर विभाग के अधिशासी अभियन्ता ने बताया कि 15 सितम्बर 2025 से नहरें चालू हो गई हैं। सहायक अभियन्ता, नलकूप ने बताया कि जनपद में सभी नलकूप ठीक करा दिए गए हैं, यदि कहीं कोई नलकूप खराब हो तो उसकी सूचना वहां के नलकूप चालक अथवा जेई को दें।
उद्यान विभाग के जिला उद्यान अधिकारी ने विभाग में संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि लहसुन की खेती पर अनुदान देय है। स्ट्रॉबेरी, केला आदि की खेती करने पर भी अनुदान उपलब्ध है। सिंघाड़ा की खेती पर 30 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान दिया जा रहा है। इसी तरह फूलगोभी, पत्तागोभी, मशरूम की खेती, वर्मी कम्पोस्ट, छोटा ट्रैक्टर, पावर टिलर, पैक हाउस, ड्रिप, गिनी स्प्रिंकलर एवं पीएमएफएमई आदि योजनाओं में लाभ लेने हेतु किसान पंजीकरण करा सकते हैं।
किसान दिवस की बैठक में मुख्य राजस्व अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, उप कृषि निदेशक, जिला कार्यकारी अधिकारी मत्स्य, अधिशासी अभियन्ता नहर, सहायक अभियन्ता नलकूप, अधिशासी अभियन्ता विद्युत, देवरिया, गौरीबाजार, अग्रणी जिला प्रबन्धक देवरिया, प्रभारी भूमि संरक्षण अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, सहायक निबंधक सहकारी समितियां, प्रबन्धक दुग्ध उत्पादक संघ, उसरा आदि विभागों के अधिकारीगण एवं राघवेन्द्र प्रताप शाही (भा.कि.यू.), अतुल मिश्रा (मण्डल प्रवक्ता, भा.कि.यू.), कौशलेश नाथ मिश्रा (प्रदेश उपाध्यक्ष, भा.कि.यू.), विनय सिंह (भा.कि.यू.), रमेश मिश्रा (प्रगतिशील कृषक), सत्याग्रहण सरोज, अरविन्द उपाध्याय एवं सदानन्द यादव (कृषक) सहित अन्य कृषकगण उपस्थित थे।
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