राष्ट्रीय एकात्मकता यात्रा पर आए प्रतिनिधियों का कुशीनगर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया
कुशीनगर-पूर्वोत्तर भारत के असम ,त्रिपुरा, मेघालय,मणिपुर,नागालैंड, सिक्किम,मिजोरम एवं अरुणाचल प्रदेश से राष्ट्रीय एकात्मकता यात्रा पर आए कुल 29 प्रतिनिधियों का कुशीनगर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कुशीनगर के कार्यकर्ताओं द्वारा ढोल नगाड़ों और पुष्पवर्षा के साथ भव्य स्वागत किया गया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद 1962 से ही देश को भावनात्मक एवं सांस्कृतिक एकता के सूत्र में पिरोने के लिए पूर्वोत्तर भारत के विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष देश के प्रमुख धार्मिक,सांस्कृतिक और राष्ट्रीय महत्व के स्थलों का भ्रमण कराती है।इस बार यह यात्रा 22 जनवरी से प्रारंभ होकर 15 फरवरी तक देश के विभिन्न हिस्सों में आयोजित होगी।
इसी के तहत अभाविप गोरक्ष प्रांत में 22 जनवरी से यह यात्रा प्रारंभ हुई है यात्रा के दूसरे दिन कुशीनगर भ्रमण का कार्यक्रम आयोजित किया गया।कुशीनगर में सर्वप्रथम। प्रतिनिधियों ने कुशीनगर भिक्षु संघ के अध्यक्ष भंते ज्ञानेश्वर जी से मिलकर आशीर्वाद लिया।भंते जी ने सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए उन्हें कुशीनगर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व से परिचित कराया और सभी प्रतिनिधियों को स्मृति चिह्न देकर विदा किया।
महापरिनिर्वाण मंदिर में भंते यशपाल जी द्वारा सभी यात्रियों को दर्शन एवं पूजन कराया गया।इसके पश्चात सभी प्रतिनिधि थाई मंदिर,माथा कुंवर मंदिर तथा रामाभार स्तूप का दर्शन करते हुए बिरला धर्मशाला पहुंचे। जहां पर यात्रियों का स्वागत प्रबंधक वीरेंद्र तिवारी ने किया ।इन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के इस कार्य की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए बताया कि राष्ट्र की भावनात्मक एकता और अखंडता की दिशा में अभाविप का यह प्रयास अत्यंत दूरगामी सिद्ध होगा|
पूर्वोत्तर भारत के प्रतिनिधियों का नेतृत्व शंकर छेत्री और संजा लामू बाइचुंग कर रहे है जबकि अभाविप गोरखपुर प्रांत की तरफ से यात्रा का संयोजन प्रांत सहमंत्री निखिल गुप्त और प्रांत मंत्री मयंक राय कर रहे है। यात्रा में कुल 16 छात्र और 13 छात्राएं सम्मिलित हैं।
इस अवसर पर प्रांत उपाध्यक्ष डॉ निगम मौर्य, डॉ योगेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ अजय सिंह, तनुज पाठक , अजय कुशवाहा, राजन मद्धेशिया , नीतिश सिंह समेत बड़ी संख्या में कुशीनगर के कार्यकर्ता मौजूद रहे।