एक नवंबर से शुरू होगी धान खरीद, 102 क्रय केंद्र बनाए गए,सामान्य प्रजाति के धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300

जिलाधिकारी ने धान खरीद में प्रयोग होने वाले उपकरणों, जैसे इलेक्ट्रॉनिक कांटा, छलना, नमी मापक यंत्र, पावर डस्टर, और पंखे आदि की उपलब्धता का सत्यापन तीन दिन में करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी क्रय केंद्रों की जियो टैगिंग अनिवार्य रूप से करने के लिए निर्देशित किया। जिले में खाद्य विभाग के 32, पीसीएफ के 35, पीसीयू के 20, यूपीएसएस के 10, मंडी समिति के 3, और भारतीय खाद्य निगम के 2 केंद्र स्थापित किए गए हैं।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि केंद्रों पर जूट के बोरे उपलब्ध कराए जाएं और किसी स्थिति में प्लास्टिक के बोरों का उपयोग न हो। डीएफएमओ ने जिलाधिकारी को सूचित किया कि वर्तमान में 2361 गांठ जूट के बोरे जनपद में उपलब्ध हैं। जिलाधिकारी ने सभी क्रय केंद्रों पर किसानों के बैठने, पेयजल, और अन्य आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक किसान का धान खरीदा जाए और क्रय के बाद 48 घंटे के भीतर पीएफएमएस (पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम) के माध्यम से किसानों को भुगतान सुनिश्चित किया जाए।
किसानों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण सुविधा-
जिलाधिकारी ने बताया कि क्रय केंद्र पर धान बेचने के लिए किसानों को www.fcs.up.gov.in या मोबाइल एप ‘यूपी किसान मित्र’ पर पंजीकरण कराना होगा। किसान इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं, जिसके माध्यम से पंजीकरण, भूमि रकबे का सत्यापन, और भुगतान स्थिति की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। साथ ही, किसानों की सहायता के लिए सरकार ने टोल-फ्री नंबर 18001800150 जारी किया है, जिस पर वे अपनी समस्याओं के समाधान के लिए संपर्क कर सकते हैं। वर्तमान में जनपद में 498 किसान धान खरीद के लिए पंजीकरण करा चुके हैं।
बैठक में एडीएम वित्त एवं राजस्व श्री अरुण कुमार राय, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम रुद्रपुर श्रुति शर्मा, एसडीएम सलेमपुर, दिशा श्रीवास्तव, एसडीएम सदर विपिन द्विवेदी, एएसडीएम अवधेश निगम, एएसडीएम मंजूर अहमद अंसारी, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी सुलभ आनन्द सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
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