फ्रांस की अदालत ने टीचर सैमुअल पैटी की हत्या मामले में छह स्टूडेंट्स को दोषी करार दिया
2020 में फ्रांस में एक दुखद घटना घटी जहां पेरिस में टीचर सैमुअल पैटी का उनके स्कूल के बाहर सिर कलम कर दिया गया था| टीचर ने कथित रूप से अपने क्लास में पैगंबर मोहम्मद को दर्शाने वाला कैरिकेचर दिखाया था| क्लास ‘अभिव्यक्ति की आजादी’ पर चल रही थी. आगे की कथित जांच और मुकदमे की तमाम पड़ताल के बाद छह किशोरों को घटना में शामिल होने के लिए दोषी ठहराया गया है| इस घटना में एक लड़की भी शामिल थी जिसने कथित रूप से टीचर के बारे में गलत जानकारी फैलाई की थी|
मुकदमे की जांच के दौरान पाया गया कि लड़की ने झूठा दावा किया था कि टीचर सैमुअल पैटी ने मुस्लिम छात्रों को कार्टून दिखाने से पहले कमरे से बाहर जाने के लिए कहा था| हालांकि, बाद में पता चला कि वह उस दिन स्कूल ही नहीं आई थी और क्लास में मौजूद नहीं थी. बावजूद इसके, उसे झूठे आरोप लगाने और भ्रामक बातें करने के लिए दोषी पाया गया है|
अन्य पांच किशोरों को इस जुर्म में दोषी पाया गया है कि उन्होंने टीचर सैमुअल पैटी की हमलावरों को शिनाख्त कराई थी| ये सभी उस समय 14 से 15 साल के थे और हत्या मामले में शामिल होने के लिए उन्हें कोर्ट ने दोषी पाया| अदालत ने उन्हें 14 महीने से लेकर दो साल तक की सजा सुनाई लेकिन सजा को या तो सस्पेंड कर दिया गया है या उसमें बदलाव किया गया है. कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि उनमें किसी को भी जेल नहीं जाना होगा|
दरअसल, फ्रांस अपने आपको ‘अभिव्यक्ति की आजादी’ का सबसे बड़ा रक्षक मानता है. यहां कि व्यंग्य पत्रिकाओं में किसी धर्म विशेष या किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ व्यंग्य के रूप में कार्टून प्रकाशित करना आम बात माना जाता है| शार्ली हेब्दो नाम की एक व्यंग्य पत्रिका ने पैगंबर मोहम्मद को दर्शाने वाला कैरिकेचर प्रकाशित किया था, जिसे टीचर पैटी ने अपनी क्लास में बच्चों को दिखाया था| खासतौर पर फ्रेंच बच्चों को|
2015 में पत्रिका ने फिर से पैगंबर मोहम्मद को दर्शाने वाले कार्टून प्राकाशित किए, जिसके बाद इसके कार्यालय पर लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसमें 12 लोग मारे गए थे| सैमुअल पैटी का केस अभी खत्म नहीं हुआ है, क्योंकि अगले साल दूसरा मुकदमा होगा और तब आठ अडल्ट्स का ट्रायल होगा, जिनपर हत्या में शामिल होने का आरोप है| आरोपियों में से एक 13 वर्षीय लड़की का पिता ब्राहिम चिन्ना है, जिस पर पहले मुकदमा चल रहा था|