राज्य ललित कला अकादमी द्वारा ‘पद्मश्री बाबा योगेन्द्र कला सम्मान एवं ‘अकादमी अधिसदस्यता सम्मान हेतु आवेदन आमंत्रित
लखनऊ: मंत्री संस्कृति एवं पर्यटन जयवीर सिंह कला, संस्कृति और उनसे जुड़े कलाकारों के उन्नयन एवं संरक्षण के लिए निरंतर प्रतिबद्ध हैं। उनके नेतृत्व में प्रदेश में कला-संवर्धन को नई दिशा और गति प्राप्त हुई है। पारंपरिक लोक कलाओं से लेकर समकालीन दृश्य कलाओं तक, हर क्षेत्र में कलाकारों को प्रोत्साहन, प्रशिक्षण, मंच और अवसर उपलब्ध कराने के लिए अनेक योजनाएँ संचालित की जा रही हैं।
पर्यटन मंत्री के प्रयासों से प्रदेश में सांस्कृतिक गतिविधियाँ न केवल अधिक जीवंत हुई हैं, बल्कि कला-पारखियों और कलाकारों के लिए नई संभावनाओं के द्वार भी खुले हैं। उनका नीति वाक्य “कलाकार का सम्मान, संस्कृति का उत्थान।” के अंतर्गत राज्य ललित कला अकादमी, उत्तर प्रदेश ने वर्ष 2025-26 के लिए ‘पद्मश्री बाबा योगेन्द्र कला सम्मान’ तथा ‘अकादमी अधिसदस्यता सम्मान’ हेतु योग्य कलाकारों से आवेदन आमंत्रित किए हैं।
अकादमी के अनुसार पद्मश्री बाबा योगेन्द्र कला सम्मान के अंतर्गत कुल तीन सम्मान प्रदान किए जाएंगे, जिनमें से एक सम्मान राष्ट्रीय स्तर का होगा। वहीं, अकादमी अधिसदस्यता सम्मान के अंतर्गत एक कलाकार का चयन किया जाएगा।
दोनों ही श्रेणियों में चित्र, रेखांकन, ग्राफिक्स (छापा कला), मूर्ति, पोट्रेट (चित्र/मूर्ति), वॉश तथा पारम्परिक कला में कार्यरत कलाकार आवेदन हेतु पात्र होंगे | आवेदन पत्र निर्धारित प्रारूप में भरकर 15 दिसंबर 2025 तक जमा किए जा सकते हैं।
सभी आवश्यक प्रमाणपत्रों/कृतियों के विवरण सहित पूर्ण आवेदन राज्य ललित कला अकादमी, लाल बारादरी भवन, ललित कला अकादमी मार्ग, कैसरबाग, लखनऊ-226001 पर जमा किए जाने हैं।
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इन सम्मानों का उद्देश्य प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय श्रेष्ठ कलाकारों को प्रोत्साहन एवं सम्मान देना है। चयन प्रक्रिया अकादमी द्वारा नामित विशेषज्ञों की समिति के माध्यम से पारदर्शी रूप से संपादित की जाएगी।
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