पारिवारिक जीवन का बोध कराकर सचिव ने किया दो परिवारों को एक
देवरिया -आज मध्यस्थता एवं सुलह समझौता केन्द्र (ए0डी0आर0 भवन) के द्वारा एक पारिवारिक वाद को सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मनोज कुमार तिवारी के नेतृत्व में मध्यस्थ, अशोक कुमार दीक्षित के सहयोग से एक पारिवारिक वाद का निस्तारण कराया गया।
न्यायालय अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, कक्ष संख्या-19, देवरिया द्वारा मध्यस्थता हेतु संदर्भित किये जाने पर मामला जिला विधिक सेवा प्राधिरकण, देवरिया में मध्यस्थता एवं सुलह समझौता हेतु प्राप्त हुआ।
मामलें का तथ्य इस प्रकार है कि आज दिनांक 13.11.2025 को मु0अ0सं0-9545/2024, संजू बनाम दुर्गेश का प्रकरण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के कार्यालय के माध्यम से सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, देवरिया मनोज कुमार तिवारी के समक्ष आया। प्रकरण में दोनो पक्ष उपस्थित हुए दोनों पक्षों में वार्ता करायी गयी।
जिसमें मध्यस्थता के फलस्वरूप पक्षकार बतौर पति-पत्नी साथ-साथ रहने को तैयार हुए। इसक्रम में पक्षकारों के सहमती से मामलें को सफल निस्तारण किया गया तथा सचिव ने कहा कि मध्यस्थता का मुख्य उद्देश्य विवादों को आपसी सहमति से सुलझाना है। मध्यस्थता, पक्षो के बीच संबंधों को बनाए रखने में मदद करता है एवं पक्षों को अपने विवादों को स्वयं हल करने का अधिकार देता है। मध्यस्थता के द्वारा निस्तारित मामलें में दोनों पक्ष जीतते है, कोई हारता नही है।
सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश देवरिया मनोज कुमार तिवारी द्वारा आमजन से एवं विधि व्यवसायियों से अपील की गई कि वे अपने मामलें को न्यायालय से निवेदन कर मध्यस्थता हेतु संदर्भित कराये।
