बाबू गेंदा सिंह किसानों के मसीहा, स्वच्छ राजनीति के पुरोधा थे- राज्य मंत्री

गेंदा बाबू के व्यक्तित्व और कृतित्व पर वक्ताओं ने विस्तार से प्रकाश डाला |केबिनेट मंत्री ने कहा कि गेंदा बाबू किसानों के हितैषी, आदर्श समाजवादी विचारक और विकास पुरुष थे। उन्होंने गंडक नहर प्रणाली, सेवरही क्षेत्र में कृषि अनुसंधान केंद्र, बकरी व रेशम फार्म जैसे संस्थानों की स्थापना में अग्रणी भूमिका निभाई। उन्होंने गेंदा बाबू को स्वराज की अवधारणा को जमीन पर उतारने वाला कर्मयोगी बताया।
सांसद विजय कुमार दुबे ने उन्हें मूल्यनिष्ठ राजनीति का प्रतीक बताया, जबकि अध्यक्षता कर रहे भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय ने उन्हें किसानों की आवाज बताया। उन्होंने कहा कि बाबू गेंदा सिंह ने सड़क से संसद तक गांव, गरीब और किसानों के हक की लड़ाई लड़ी।
इस अवसर पर विधायक तमकुही डा0 असीम राय, खड्डा विवेकानंद पांडेय, हाटा मोहन वर्मा, पडरौना मनीष जायसवाल, रामकोला विनय गोंड सहित वक्ताओं ने कहा कि गेंदा बाबू ने अपने संघर्ष और समर्पण से जिस राजनीति की नींव रखी, वह आज की पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक है।
कार्यक्रम का संचालन राधेश्याम त्यागी ने किया। आयोजक डा. पुनीत राय, रजनीश राय और सत्येंद्र शुक्ल ने आभार जताया।
इस अवसर पर पं. पंकज कृष्ण शास्त्री, विनय जायसवाल, चन्द्र प्रकाश चमन, राधेश्याम पाण्डेय, राकेश जायसवाल, पूर्व प्रमुख विजय राय, विनोद सिंह, व्यास राय, रमेश राय, सदा शिवमणि त्रिपाठी, अशोक राय, पारसनाथ सिंह, चन्द्रभान राय, मनीष राय, राहुल श्रीवास्तव, नीरज शाही, तुला नारायण राय,अनवर अंसारी, प्रधान मुन्नीलाल, अशोक पाल आदि लोग उपस्थित रहे।
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