गोण्डा- जिले के करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र में बीते 25 जुलाई को हुए बहुचर्चित फूल व्यापारी के अपहरण के मामले में एसओजी,सर्विलांस व करनैलगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कामयाबी के तहत खुलासा करते हुये अपहृत व्यापारी को उत्तराखण्ड के हरि की पैड़ी से बरामद कर लिया।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि,25 जुलाई को धौरहरा,बरगदी कोट निवासी चंद्रिका प्रसाद पुत्र स्व0 महावीर राजपूत ने करनैलगंज पुलिस को सूचना दी कि,उनके लड़का अर्जुन(35) जो फूलों का व्यापार करता है उसका अपहरण किसी अज्ञात लोगों ने कर लिया है तथा उसको छोड़ने के एवज में उनसे 70 लाख रुपए की मांग की जा रही है। इस पर करनैलगंज कोतवाली में सुसंगत धाराओ में मुकदमा पंजीकृत किया गया था।
घटना की गंभीरता को देखते हुये उन्होंने क्षेत्राधिकारी करनैलगंज चन्द्रपाल शर्मा के नेतृत्व में कर्नलगंज व एस0ओ0जी0/सर्विलांस की संयुक्त टीम गठित कर इसके जल्द से जल्द खुलासे का निर्देश दिया था।जिसके क्रम में पुलिस की संयुक्त टीमों ने महज 36 घंटों के भीतर इस अपहरण की घटना का खुलासा करने में कामयाब रही तथ कथित अपहृत अर्जुन राजपूत को उत्तराखण्ड राज्य के हरि की पौड़ी से सकुशल बरामद कर लिया।
बताया कि,कर्जदारों से बचने के लिये अर्जुन ने खुद के हीअपहरण की साजिश रची थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि,पूछताछ में अपहृत अर्जुन ने बताया कि,वह फूलो की खेती करता है तथा उसी खेती के काम के लिए उसने आसपास के लोगो से 31 लाख 20 हजार रूपये के लगभग उधार लिये थे।
जो उसने अपने घर वालों को नही बताया था । खेती मे नुकसान हो जाने के कारण वह उधार का पैसा वापस नही कर पा रहा था । जिस कारण वह काफी तनाव में रहता था । पैसे वापस करने के तनाव को लेकर वह दिनांक 24 को दोपहर के लगभग 03.00 बजे दिन मे घर से मोटरसाइकिल से अपने किराये की दुकान कस्बा करनैलगंज आया तब उसके पास 1000 रूपये पहले से थे और एक अपने दोस्त से 1000 रूपये उधार लिये। इसके बाद अपनी मोटरसाइकिल अपनी किराये की दुकान के पास खड़ी कर दी। उसके बाद एक व्यक्ति के साथ बैठकर कस्बे के बहराइच मोड़ गया।
वहाँ से लगभग 05.00 बजे शाम को सरकारी बस पकडकर अवध बस स्टाप लखनऊ पहुंचा वहां से आटो पकड़ कर मेट्रो स्टेशन इन्द्रानगर पहुँचा, वहां से मेट्रो ट्रेन लेकर कर मेट्रो स्टेशन चारबाग लगभग शाम 07:30 बजे पहुंचकर फिर उसने जनरल ट्रेन का लक्सर स्टेशन के जाने का टिकट लिया। ट्रेन मे ज्यादा भीड़ होने के कारण वह उसमे बैठ नही पाया। फिर अपने मोबाईल से घर वालो को फोन किया और आवाज बदलकर किडनैपिंग की सूचना दी तथा बताया कि मै आपके भाई को गोरखपुर मे लेकर आया हूँ उसके बाद मैने मोबाइल बन्द कर लिया , फिर रात 02:35 बजे ट्रेन पकड़कर लक्सर गया वहां से फिर 10 रूपये का टिकट लेकर हरिद्वार गया ।
घाट पर मुझे एक कान साफ करने वाला मिला, जिसको मैने 100 रूपये दिये और अपने घर तथा पूर्व प्रधान रामकुमार को फोन कर 70 लाख रूपये की फिरौती के लिए उसी कान साफ करने वाले से फोन पर कहलवाया । मुझे लगा था कि घर वाले कुछ व्यवस्था करके पैसा दे देंगे जिससे मै अपना कर्जा उतार दूंगा, इसीलिए मैंने यह योजना बनाई, मुझे किसी भी व्यक्ति ने किडनैप नही किया था ।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि,अपहृत पूर्ण रूप से सुरक्षित है, उसका मेडिकल करा दिया गया है।
बरामद कर्ता टीम को मिले दस हजार के नगद इनाम।
इस खुलासे खुश पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने गिरफ्तारकर्ता टीम को उ0नि0 अंकित सिंह, जितेन्द्र कुमार,आलोक कुमार राय, आशीष कुमार,हेड का0 दीपक मिश्रा, सुभाष यादव एस0ओ0जी/सर्विलांस टीम को नगद दस हजार का इनाम दिया है।