Monday 22nd of September 2025 09:00:10 AM

Breaking News
  •  22 सितम्बर से लागू होंगी GST की नई दरें ,MRP देखकर ही करे खरीददारी |
  • उत्तराखंड सरकार आपदा प्रभावित धराली के सेब उत्पादकों से उपज खरीदेगी |
  • H-1 B पर खडगे के खोखले नारे बयान पर भड़के पूर्व विदेश सचिव ,किरन रिजिजू ने कांग्रेस को घेरा | 
Facebook Comments
By : Nishpaksh Pratinidhi | Published Date : 18 Feb 2024 5:59 PM |   313 views

“संस्कृति एवं भारतीयता’ विषय पर व्याख्यान संपन्न

सलेमपुर -आज राजकीय महिला महाविद्यालय सेलमपुर देवरिया में राष्ट्रीय सेवा योजना के सप्त दिवसीय विशेष शिविर के तहत “संस्कृति एवं भारतीयता’ विषय पर बौद्धिक सत्र में व्याख्यान सम्पन्न हुआ।
 
इस सत्र के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० हरीश कुमार रहे। उन्होने कहा कि संस्कृति को एक समूह की जीवन, सोच और अनुभओं और उनको संगठित करें। जीवन को बाटने और उत्सव मनाने के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
 
मुख्य वक्ता के रूप में डॉ० जनार्दन झा ने कहा कि संस्कृति संचयी अवधारणा है। संस्कृति किसी समाज में गहराई तक व्यस्त गुणों के समग्र स्वरूप का नाम है जो इस समाज के सोचने विचारने कार्य करने के स्वरूप में अर्न्तनिहित होता है । यह ‘कृ’ धातु से बना हुआ है, जिसका अर्झ होता है करना।
 
कार्यक्रम अधिकारी डॉ० योगेन्द्र सिंह ने कहा कि संस्कृति को किसी आबादी की कलाओं, मान्यताओं औश्र संस्थाओं सहित जीवन सभी तरीकों के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। संस्कृति को जीवन जीने का तरीका कहा गया है।
 
इस अवसर पर शिविरार्थी एवं सभी प्राध्यापक डॉ० कमला यादव, डॉ० अभिषेक कुमार उपस्थित
रहें।
Facebook Comments