फौजी की ताबड़तोड़ फायरिंग में, महिला की मौत,पांच गंभीर,दो लखनऊ रेफर
गोंडा। मंगलवार को छपिया थानाक्षेत्र के गांव महुलीखोरी में एक फौजी ने अपनी सनक के चलते एक परिवार में शादी की खुशी को मातम में तब्दील कर दिया। मामूली सी बात पर अपना आपा खोते हुये अपनी लाइसेंसी बंदूक से ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुये छह लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिसमें एक 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई जबकि पांच अन्य की स्थित गंभीर बताई जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक गांव के बाबूराम जायसवाल के यहां शादी का कार्यक्रम था। उनके छोटे बेटे अमनदीप उर्फ विक्की की मंगलवार को बरात जानी थी जिसे लेकर घर में तैयारियां चल रही थीं। दरवाजे टेंट लगाया जा रहा था। इसी दौरान इसी शादी में शामिल होने के लिये छुट्टी पर आये थलसेना के जवान सीताराम यादव से गली में पटरा लगाने को लेकर विवाद हो गया जिस पर भड़के फौजी सीताराम यादव ने अपना आपा खोते हुये बाबूराम जायसवाल के परिजनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस गोलाबारी में उनकी बहन झिनपता बेटे अमनदीप, पिंकी, सत्यम, लक्ष्मी पुत्री रामतीरथ गंभीर रूप से घायल हो गए।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को एंबुलेंस के जरिए सीएचसी पहुंचाया जहां डाक्टर ने चंद्रपति को मृत घोषित कर दिया। शेष अन्य घायलों को जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया जहां से रामदेव तथा दीपक को जिला चिकित्सालय द्वारा केजीएमसी लखनऊ रेफर किया गया है। शेष अन्य का इलाज जिला चिकित्सालय में चल रहा है।इस घटना के बाद पूरे समारोह में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। वारदात के बाद गांव में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गयी है और घटना की पड़ताल की जा रही है।
घटनास्थल पर पहुंचे एसपी एएसपी,लिया जायजा-
छपिया में हुई इस गोलीकांड की जानकारी होते ही आनन-फानन में पहुंचे एसपी विनीत जायसवाल व एएसपी मनोज रावत ने घटनास्थल की जांच की व लोगों से पूछताछ कर मातहतों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
इस दौरान एसपी ने बताया कि,टीनशेड लगाने को लेकर हुये इस विवाद में थल सेना के जवान द्वारा की गई फायरिंग में छह लोगों को गोली लगी है,जिसमें एक 60 वर्षीय महिला चंद्रपति की मौत हो गई है तथा पांच घायलों का इलाज चल रहा है।
उन्होंने बताया कि,आरोपी जवान सीताराम यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है तथा अन्य कार्यवाही की जा रही है।
डीआईजी ने दिया कड़ी कार्रवाई का आश्वासन-
छपिया में हुई इस गंभीर घटना की जानकारी होते ही डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने जिला चिकित्सालय पहुंच कर घायलों का हाल जाना।इसके बाद वह घटनास्थल पर पहुंचे तथा घटना के संबंध में लोगों से पूछताछ कर जानकारी ली।डीआईजी ने पीड़ित परिवार को दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।