अगर बिहार को विशेष दर्जा नहीं दिया तो विशेष अभियान चलाएंगे : CM नीतीश कुमार
बिहार को विशेष राज्य की मांग अभी भी बरकरार है| मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार यह डिमांड रखते रहे हैं| अब एक बार फिर उन्होंने कहा कि अगर राज्य को विशेष दर्जा नहीं दिया जाता है तो वह इसके लिए विशेष अभियान चलाएंगे|
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान उन्होंने बिहार को विशेष दर्जा देने की मांग रखी थी|मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के कार्यक्रम के दौरान कहा कि अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो बिहार का विकास होगा|
नीतीश कुमार ने मुखमंत्री उद्यमी योजना के कार्यक्रम में बोलते हुए कहा है कि दिल्ली वाले हमारे बारे में लिखने नहीं देते| उन्होंने कहा, “आप मेरा बतवा सुनियेगा तवे तेज़ी काम कीजिएगा| आप लोगों को देख कर मुझे खुशी है| आप लोग तेजी से काम कीजिए. सीएम ने कहा कि लोग भूल गए हैं लेकिन यह सब आइडिया “मेरा ही है|
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जाति आधारित गणना के जरिए हर जाति की स्थिति की जानकारी सार्वजनिक कर दिया| अब सबका उत्थान करेंगे| लालू काल की तुलना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा पहले कुछ होता था, सब मेरा किया हुआ है| पिछड़ा, अति पिछड़ा, एससी-एसटी के लिए आरक्षण की सीमा बढ़ाने वाले बिल के बारे में सीएम ने कहा कि अभी राज्यपाल के पास पेंडिंग है|
उम्मीद है कि आज वह बिल को अप्रूव कर देंगे| सीएम नीतीश कुमार ने इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र से तो यही डिमांड है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे, ताकि सभी लोगों का उत्थान हो सके|
बिहार विधानसभा ने 9 नवंबर को बिल पास किया था, जिसके मुताबिक अब आरक्षण की सीमा 50 फीसदी से बढ़ाकर 65 फीसदी करने की योजना है| सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण की सीमा 50 फीसदी तय कर रखी है| 10 फीसदी ईडब्ल्यूएस कोटा के साथ बिहार में अगर राज्यपाल बिल को पास कर देते हैं तो आरक्षण की सीमा 75 फीसदी हो जाएगी| बिल फिलहाल राज्यपाल के पास पेंडिंग है और अप्रूवल नहीं मिला है|