By :
Nishpaksh Pratinidhi
| Published Date :
16
Dec
2022
6:18 PM
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गोरखपुर -आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत काकोरी बलिदान दिवस के अवसर पर भारत सरकार के निर्देशानुसार जनपद गोरखपुर में पाॅंच दिवसीय वृहद एवं भव्य कार्यक्रमों के आयोजन की श्रृंखला के अन्तर्गत आज दूसरे दिन को योगिराज बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह रामगढ़ताल, गोरखपुर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ संस्कृति विभाग द्वारा लगायी गयी काकोरी के इतिहास से सम्बन्धित अभिलेख प्रदर्शनी का शुभारम्भ मुख्य अतिथि मेयर सीताराम जायसवाल द्वारा किया गया।

कार्यक्रमों की कड़ी में सर्वप्रथम राजकीय जुबिली इण्टर कालेज, गोरखपुर के छात्र विवेक कुमार रावत तथा अविनाश यादव द्वारा नृत्य, प्रिन्स और मंगल की टीम द्वारा नृत्य नाटिका तथा यश पाठक और सुन्दरम शुक्ला एवं उनकी टीम द्वारा काकोरी नाटक, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र-छात्राओं द्वारालघु नाटक सैनिक की शहादत आदि की प्रस्तुति की गयी।

तदोपरान्त प्रभाकर शुक्ला द्वारा देश भक्ति पर आधारित लोकगीत एवं विन्ध्याचल आजाद एवं उनकी टीम द्वारा फरूआही लोकनृत्य तथा नाट्य संस्था संकल्प बलिया के नाट्य निर्देशक आशीष त्रिवेदी द्वारा सरदार भगत सिंह की प्रस्तुति दी गयी। कार्यक्रम का संचालन शिवेन्द्र पाण्डेय द्वारा किया गया।

समस्त कलाकारों ने काकोरी घटना से जुड़े बलिदानियों एवं स्वतंत्रता आन्दोलन से सम्बन्धित विविध पहलुओं पर मार्मिक दृश्य का मंचन, लोकनृत्य, लोकगीत एवं नाटकों के माध्यम से प्रस्तुत कर दर्शकों का न केवल मन मोहा बल्कि उनमें क्रांतिकारियों जैसा जज्बा और जुनून भर दिया। सभी दर्शकों ने कलाकारों के अभिनय एवं मनोरंजनपूर्ण प्रस्तुतियों से न केवल आनन्द उठाया वरन तालियों की गड़गड़ाहट से उन कलाकारों का हौसला भी बुलन्द किया।
काकोरी घटना के विस्तृत इतिहास से सम्बन्धित संस्कृति विभाग द्वारा लगायी गयी अभिलेख प्रदर्शनी का राजकीय जुबिली इण्टर कालेज एवं गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुल लगभग 250 छात्र-छात्राओं ने अवलोकन भी किया।

उक्त कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि सीताराम जायसवाल ने कहा कि गोरखपुर की धरती ने कई वीर सपूतों को जन्म दिया, जिन्होने देश की आजादी के लिए जो अपनी जान कुर्बान कर दिया। हमे उन बलिदानियों की वीर गाथा को आज के इस काकोरी दिवस पर संस्कृति विभाग एवं जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम से प्रेरणा लेकर जायेंगे। आजादी हमें अनेक वीरों के शहादत के बाद मिली है। इसलिए हमें अपने देश के गौरवशाली इतिहास, लोक संस्कृति को सुरक्षित एवं संरक्षित रखना होगा। संस्कृति विभाग, उ0प्र0 द्वारा गोरखपुर सहित पूर्वांचल की सांकृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु न केवल निरन्तर प्रयास किया जा रहा बल्कि अपनी पारम्परिक संस्कृति को सहेजने हेतु इस तरह के आयोजन से लोक कलाकारों को रोजगार का अवसर भी प्रदान कर रहा है।
इस अवसर पर डाॅ0 मनोज कुमार गौतम, उप निदेशक, राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर एवं प्रभारी, क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र, गोरखपुर ने कहा कि पूर्वांचल में सांकृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु गोरखपुर क्षेत्र सांस्कृतिक सम्पदा से परिपूर्ण एवं सतत् प्रयत्नशील है।
संग्रहालय के उप निदेशक, डाॅ0 मनोज कुमार गौतम ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन के सहयोग से काकोरी बलिदान दिवस पर पाॅंच दिवसीय कार्यक्रमों का सुचारू रूप से सम्पादन किया जा रहा है। कार्यक्रम के अन्त में अतिथियों तथा कलाकारों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

उक्त अवसर पर राकेश श्रीवास्तव, सदस्य, ललित कला एवं संगीत विभाग, उ0प्र0 नागेन्द्र प्रताप सिंह, मानवेन्द्र त्रिपाठी, कुमुद त्रिपाठी, अजीत प्रताप सिंह, केशरी नंदन, डॉ जितेंद्र कुमार आदि प्रमुख लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।