काकोरी बलिदान दिवस पर गोरखपुर में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया

कार्यक्रमों की कड़ी में सर्वप्रथम कार्मल गल्र्स इण्टर कालेज, गोरखपुर के छात्राओं द्वारा स्वागत गान एवं नृत्य की प्रस्तुति की गयी। तदोपरान्त रामज्ञान यादव द्वारा फरूआही लोकनृत्य, श्रीमती चेता सिंह द्वारा देश भक्ति पर आधारित लोकगीत तथा सुमुख नाट्य संस्था दिल्ली द्वारा झलकारी बाई नाटक की प्रस्तुति दी गयी।


संस्कृति विभाग, उ0प्र0 द्वारा गोरखपुर सहित पूर्वांचल की सांकृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु निरन्तर प्रयास किया जा रहा है। संस्कृति विभाग अपनी पारम्परिक संस्कृति को सहेजने तथा देश की आजादी दिलाने में शहीद हुए रणबांकुरों के बलिदान से प्रेरणा लेने के लिए तरह-तरह के आयोजन लोक कलाकारों के माध्यम से जनसामान्य के बीच प्रस्तुत करने का विशेष अवसर प्रदान करता है। गोरखपुर क्षेत्र सांस्कृतिक सम्पदा से परिपूर्ण है।
इस क्षेत्र की विभिन्न पारम्परिक कलाओं जैसे लोक गायन, लोक वादन एवं लोकनृत्य इत्यादि कला प्रतिभाओं को निखारने के लिए क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र, गोरखपुर एवं जिला प्रशासन का विशेष योगदान सराहनीय है।
इस अवसर पर डाॅ0 मनोज कुमार गौतम, उप निदेशक, राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर एवं प्रभारी, क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र, गोरखपुर ने कहा कि पूर्वांचल की माटी सांस्कृतिक प्रतिभाओं से समृद्ध है तथा यहाॅं की सांस्कृतिक विरासत भी अति समृद्ध है। संस्कृति विभाग के इस पहल से स्थानीय कलाकारों को अवसर सुलभ हो रहे हैं।
संग्रहालय के उप निदेशक, डाॅ0 मनोज कुमार गौतम ने शासन- प्रशासन के निर्देशानुसार उक्त कार्यक्रमों का सुचारू रूप से सम्पादन कराया तथा कार्यक्रम के अन्त में अतिथियों तथा कलाकारों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
उक्त अवसर पर राजेश कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, रवि शंकर खरे, राकेश श्रीवास्तव, H P सिंह, डॉ देवेज्य श्रीवास्तव, अमृता मेहरोत्रा, रीता श्रीवास्तव आदि प्रमुख लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
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