जनपद में 28 सितम्बर से 07 अक्तूबर,20 तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान होगा संचालित
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आशा एवं आंगनबाडी अपने अपने क्षेत्र में घर-घर भ्रमण कर 01 से 19 साल तक के बच्चों और किशोरों को अपनी निगरानी में एल्बेडाजोल की दवा खिलाएंगी -जिलाधिकारी|
कुशीनगर – जिलाधिकारी भूपेंद्र एस चौधरी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित सभा कक्ष में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान के अन्तर्गत जिला स्तरीय अन्र्तविभागीय समन्वय/टास्क फोर्स की बैठक आहुत की गई। जिलाधिकारी ने बताया कि ज़िले के बच्चों में कृमि संक्रमण से रोकथाम हेतु जनपद में 28 सितम्बर से 07 अक्तूबर,2020 तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान का संचालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत जिले के आशा एवं आंगनबाडी अपने अपने क्षेत्र में घर-घर भ्रमण कर 01 से 19 साल तक के बच्चों और किशोरों को अपनी निगरानी में एलबेंडाजोल की दवाई खिलाकर कृमि मुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत में कृमि संक्रमण जनसमस्या के रूप में उभर रहा है, डब्ल्यूएचओं के अनुमान के अनुसार भारत में 5 से 14 साल तक के उम्र के बच्चों में कृमि सकंम्रण का खतरा है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का उद्देश्य जनपद के सभी बच्चों /बालक/बालिकाओं के स्वास्थ्य, पोषण संबंधी स्थिति और संज्ञानात्मक विकास तथा जीवन की गुणवत्ता मे सुधार के लिए उन्हे कृमि मुक्त करना है। कृमि संक्रमण प्रत्यक्ष रूप से न दिखने पर भी बच्चों के स्वास्थ्य एवं उनके सम्रग विकास पर नाकारात्मक प्रभाव डालता है। इस नकारात्मक प्रभाव के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए एल्बेडाजोल की दवाई बच्चों एवं किशोरो को दी जाऐगी। जिलाधिकारी ने उपस्थित समस्त अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी बच्चे को खाली पेट दवा का सेवन नही कराया जाये और कोविड-19 से संक्रमित /वीमार को दवा का सेवन न कराया जाय। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कन्टेमेंट जोन में अभियान को नही चलाये जाने का भी निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने बैठक दौरान 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के के सफल क्रियान्वयन हेतु एक-एक प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से कार्य योजना/ तैयारी की जानकारी ली गयी, साथ ही निर्देशित किया गया कि अपने अपने छेत्र के आशा/आंगन वाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से 0-15 साल तक के बच्चों का डाटा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी शीघ्र कम्प्यूटर में पूर्ण विवरण/ मो0 न0 सहित फ़ीड करा लें, उन्होंने प्रसव उपरांत दी जाने वाली सहायता राशि के भुगतान की स्थित, विभिन्न टीकाकरण, आशाओं का भुगतान,सहित स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सभी कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एस0पी0सिंह ने बताया कि 1-2 साल तक के बच्चों को एलबेंडाजोल के आधा टैब्लेब्लेट के पाउडर को घोल कर आशा बहुये अपने ही सामने पिलाएगी, 2-3 वर्ष तक के बच्चों को पूरी गोली का घोल व 3 वर्ष के ऊपर के बच्चों को गोली चबाकर खाना है|
बैठक दौरान मुख्य विकास अधिकारी अन्नपूर्णा गर्ग, अपर जिलाधिकारी विंध्यवासिनी राय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 नरेंद्र गुप्ता, समस्त अपर मुख्य चिकित्साधिकारी,/प्रभारी चिकित्सा अधिकारी व अन्य सम्बन्धित अधिकारी गण उपस्थित रहे।
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