Saturday 20th of April 2024 09:10:52 AM

Breaking News
  • राहुल गाँधी का बड़ा आरोप , लोगो पर एक इतिहास – एक भाषा भोपना चाहती है बीजेपी |
  • भारतीय रेलवे सुपर एप्प लांच करेगे |
  • मनीष सिसोदिया को नहीं मिली राहत , कोर्ट ने 26 अप्रैल तक बढ़ाई न्यायिक हिरासत |

Category: धर्म

11 Apr

ईद के मौके पर अजमेर दरगाह में खुला जन्नती दरवाजा, तोप दागने के बाद अदा हुई नमाज

अजमेर: देशभर में आज ईद उल फितर का जश्न मनाया जा रहा है. ऐसे में विश्व विख्यात ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह शरीफ (Ajmer Sharif Dargah) में भी अकीदतमंदों का

7 Apr

हिंदू नववर्ष की पूर्व संध्या पर सांस्कृतिक कार्यक्रम 8 को 

गोरखपुर- गोरखनाथ मंदिर के ओपन थियेटर में  हिंदू नववर्ष की पूर्व संध्या पर 8 अप्रैल को सायं 7.00 बजे से सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया है ।   कार्यक्रम

25 Jan

राम जन्मभूमि मंदिर

राम जन्मभूमि मंदिर में अपने जन्मस्थान पर श्रीरामलला जी 22 जनवरी 2024 को विराजमान हो गये इसके पीछे लगभग 500 साल का संघर्षपूर्ण इतिहास है साथ ही साथ मुझे इस

22 Dec

गीता जयंती

भगवान श्रीकृष्ण ने 12 महीनों में अपने को मार्गशीर्ष/अगहन मास बताया है | बृहत्साम तथा साम्नां गायत्री छन्दसामहम्। मासानां मार्गशीर्षोडहमृतूनां कुसुमाकरः। भगवान श्रीकृष्ण ने गीता जयंती एवं इस माह की

14 Dec

महर्षि महेश योगी संस्थान के तत्त्वावधान में श्री रामकथा ज्ञान- यज्ञ का आयोजन किया गया

नॉएडा -महर्षि महेश योगी संस्थान के तत्त्वावधान में महर्षि आश्रम द्वारा श्री रामकथा ज्ञान-यज्ञ का आयोजन नोयडा  में किया जा रहा है। कथा- दान कर रहे हैं-  सतीश सद्गुरु नाथ।  

13 Dec

हज यात्रियों की सुविधा हेतु हज ई-सुविधा केंद्र स्थापित

कुशीनगर- जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सिंह प्रताप देव ने उ0प्र0 शासन के हवाले से बताया कि कि हज कमेटी आफ इण्डिया, मुम्बई द्वारा http://.hajcommittee.gov.in पर हज सत्र 1445 हि0-2024 की घोषणा की गयी

29 Oct

शरद पूर्णिमा पर कुंवारी कन्याएं पूजती है राक्षस के पैर

जालौन:- बुंदेलखंड की कई ऐसी संस्कृतियां है जिसके बारे में बहुत से लोगों को अभी तक कुछ भी पता नहीं है। बुंदेलखंड के जालौन में शरद पूर्णिमा पर अनोखी परंपरा मनाई

28 Oct

महर्षि वाल्मीकि

महर्षि वाल्मीकि का नाम रत्नाकर था और उनका पालन जंगल में रहने वाली भील जाति में हुआ था, जिस कारण उन्होंने भीलों की परंपरा को अपनाया और आजीविका के लिए

27 Oct

भारत नेपाल की सीमा पर मौजूद है कामाख्या मंदिर

भारत नेपाल की सोनौली सीमा से महज आधे घंटे की दूरी पर पहाड़ की चोटियों पर स्थित कामाख्या मंदिर से कंचनजंगा की बर्फीली चोटियों के साथ शीतल हवाओं के बीच