भोजपुरिया समाज की मांग बने भोजपुर प्रांत
भोजपुरी क्षेत्र का इतिहास गौरवशाली रहा है | यहाँ की महान पवित्र मानवीय उपलब्धियां ,ज्ञान कर्म आध्यात्म और शक्ति की सुगंध मन को मोह लेती है |भोजपुरी माटी के महान
भोजपुरी क्षेत्र का इतिहास गौरवशाली रहा है | यहाँ की महान पवित्र मानवीय उपलब्धियां ,ज्ञान कर्म आध्यात्म और शक्ति की सुगंध मन को मोह लेती है |भोजपुरी माटी के महान
हम लोग जहां भी जाते हैं प्रकृति के गोद में ही जाते हैं, उससे दूर हम रह ही नहीं सकते। वह हमारे बिना भी अधूरे हैं, इसीलिए हमारी सुरक्षा भी
नेपोलियन बोनापार्ट का यह कथन विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि ” आप मुझे सौ सुशिक्षित माँ दे तो हम आपको एक सुशिक्षित व सम्पन्न राष्ट्र दे सकते है |पूरी
“कौन रंग फागुन रंगे, रंगता कौन वसंत, प्रेम रंग फागुन रंगे, प्रीत कुसुभ वसंत” सफेद कैनवस पर रंगो का उत्सव होली,, अलसी की बात पर नखरीली सरसों की हंसी होली
नव वर्ष का आगमन नई आशाओं ,नये सपनों, नये लक्ष्यों के साथ होता है। हमें मिल-जुल कर स्वागत करना चाहिए| नये वर्ष का प्रारम्भ एक ऐतिहासिक घटना क्रम को दर्शाता
लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है पत्रकारिता | लेकिन मेरा मानना है कि पत्रकारिता तीनो स्तम्भों – विधायिका , कार्यपालिका और न्यायपालिका को सत्य पर आधारित तथ्यों का ज्ञान कराने /दिशा
प्रत्येक वर्ष 04 दिसम्बर को भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है। भारत-पाकिस्तान के मध्य 1971 के हुए युद्ध में भारतीय नौ सेना के पराक्रम व जीत को स्मरण रखते हुए
देशरत्न डा0 राजेंद्र प्रसाद का जन्म बिहार के सीवान जिले के जीरादेई गाँव में 03 दिसम्बर 1884 को एक मध्यवर्गीय कायस्थ परिवार में हुआ था। महादेव सहाय व कमलेश्वरी देवी के सबसे
आज संविधान दिवस है |संविधान दिवस मनाने का निर्णय भारत सरकार मंत्रालय एवं सामाजिक न्याय अधिकारिता द्वारा 19 नवम्बर 2015 को लिया गया |इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों के बीच संवैधानिक
आज भारत की गिनती सर्वाधिक महान लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में होती है। प्रेस को लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ कहा गया है। प्रेस की स्वतंत्रता व जिम्मेदारियों का एहसास कराने
आज भारत की गिनती सर्वाधिक महान लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में होती है। प्रेस को लोकतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ कहा गया है। प्रेस की स्वतंत्रता व जिम्मेदारियों का एहसास कराने