माही मेरा
तुझे देखके बदला नज़ारा
अब तू ही मेरा सहारा
की सुध बुध भुल गया में।
माही मेरा सबसे है प्यारा
हर अदा पे हैं जीवन वारा
की सुध बुध भुल गया में।
आँखों में उसका ही चेहरा
माही बिन जीवन अधूरा
की सुध बुध भूल गया में।
तेरे बिन नहीं जीवन गवारा
सूना लगे सारा नज़ारा
की सुध बुध भूल गया में।
यशपाल, नई दिल्ली
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