केला उत्पादन एवं तुडाई उपरांत प्रबंधन पर सेमिनार का आयोजन
देवरिया -कृषि विज्ञान केंद्र देवरिया पर राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत जिला उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग देवरिया द्वारा केला उत्पादन एवं तुड़ाई उपरांत प्रबंधन पर सेमिनार का आयोजन किया गया|
सेमिनार के मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष गिरीश चंद तिवारी ने सेमिनार का उद्घाटन करते हुए बताया कि जनपद में केला की खेती का क्षेत्र बढ़ता जा रहा है| किसान केले की खेती करके अपनी आय बढ़ा रहे हैं विशिष्ट अतिथि मुख्य विकास अधिकारी ने केले की खेती के साथ उनके मूल्यवर्धन पर चर्चा करते हुए कहा कि केले के तने से रेशा, केले का चिप्स, फूल का आचार बनाकर केले का मूल्यवर्धन किसानों की आय बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं|
विशिष्ट अतिथि सांसद प्रतिनिधि जयनाथ कुशवाहा ने किसानों को बताया कि गन्ना किसान जो गन्ना की खेती से विमुख हो रहे हैं उनके लिए केला आय का प्रमुख साधन बन सकता है ।
उप निदेशक उद्यान डॉक्टर डी के वर्मा ने किसानों को केला उगाने की नई तकनीकी खासकर मल्चिंग, ड्रिप इरिगेशन, धार को ढकने आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की।
केंद्र के प्रभारी रजनीश श्रीवास्तव ने किसानों को द्विपंक्ति विधि से केला रोपण तथा पोषण प्रबंधन पर विस्तार से जानकारी दी।
डॉक्टर आरती साहू ने किसानों को केला उगाने में लाभ का ब्योरा दिया।
बीआर डी पी जी कॉलेज के डॉ विवेक सिंह एवम डॉक्टर ओ पी यादव ने केला उत्पादन में कीट एवम रोग प्रबंधन पर चर्चा की।
सेमिनार में कुशीनगर से पधारे प्रगतिशील किसान रामाधार कुशवाहा तथा प्रभाकर तिवारी ने भी अपने विचार रखे तथा किसानों को केले से अधिक उत्पादन लेने के गुर सिखाए |
कार्यक्रम में कृषि ज्ञान केंद्र के डॉ संतोष चतुर्वेदी ने केले की खेती में पोषण प्रबंधन के लिए मृदा परीक्षण पर बल दिया।
सेमिनार में 65 से अधिक किसानों ने भाग लिया और किसान और वैज्ञानिक के बीच संवाद हुआ कार्यक्रम का संचालन अजय तिवारी ने किया तथा जिला उद्यान अधिकारी सीताराम यादव ने सेमिनार में पधारे सभी अधिकारियों वैज्ञानिकों किसानों को सेमिनार में आकर के लाभ उठाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।