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By : Nishpaksh Pratinidhi | Published Date : 22 Jun 2021 6:12 PM |   209 views

उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना टास्क फोर्स बैठक हुई आयोजित

सुलतानपुर-उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में गठित टास्क फोर्स की मंगलवार को द्वितीय बैठक जिलाधिकारी रवीश गुप्ता की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
 
उक्त बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा कोविड-19 में जिनके माता-पिता दोनों अथवा किसी एक की मृत्यु हो गयी है या माता-पिता विहीन बच्चे जिनके पालन पोषण करने वाले व्यक्ति की भी कोविड-19 के द्वारा मृत्यु हो गयी है। ऐसे 15 प्रकरणों को टास्क फोर्स के समक्ष प्रस्तुत किया गया। 
 
जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा अध्यक्ष/डीएम की अनुमति से अवगत कराया गया कि मार्च, 2020 के पश्चात अब तक जनपद में कोई भी ऐसा प्रकरण संज्ञान में नहीं आया है, जिसकी कोविड-19 संक्रमण के द्वारा मृत्यु पति-पत्नी की हो गयी हो और उनके बच्चे अनाथ हों। उन्होंने बताया कि अभी तक जनपद में 46 बच्चों का चिन्हांकन किया जा चुका है, जो एकल श्रेणी में हैं, जिसमें से 28 बच्चों का आवेदन पत्र पूर्ण कराकर उपजिलाधिकारी/खण्ड विकास अधिकारी के सत्यापनोपरान्त समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। समिति द्वारा उक्त आवेदन पत्रों को परीक्षण कर अग्रिम कार्यवाही हेतु अनुमोदन दिया गया। 
 
जिलाधिकारी/अध्यक्ष द्वारा जिला प्रोबेशन अधिकारी/जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया कि उक्त योजना के अन्तर्गत कोई भी पात्र लाभार्थी योजना से वांछित न रह जाये, जिसके सम्बन्ध में समस्त खण्ड विकास अधिकारी, उपजिलाधिकारी एवं कार्यक्रम अधिकारी को व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु निर्देश दिये गये हैं। जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि अभी तक जनपद में 47 बच्चों के आवेदन पत्र भराये जा चुके हैं, जिसमें से 28 बच्चों का अनुमोदन प्राप्त हो चुका है। शेष बच्चों के आवेदन पत्रों के सत्यापन हेतु उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी से लगातार सत्यापन हेतु उनसे सम्पर्क किया जा रहा है।
 
जिलाधिकारी/अध्यक्ष द्वारा यह भी निर्देश दिये गये कि कोविड-19 के दौरान अनाथ हुए बच्चे या उनके माता-पिता, अभिभावक जो भी इस महामारी संक्रमण से प्रभावित हुए हैं उनका युद्ध स्तर पर चिन्हांकन कराते हुए सभी पात्र बच्चों को उक्त योजना से शत-प्रतिशत लाभांवित किया जाय। जो बच्चे जिनके माता-पिता दोनों अथवा उनमें से एक की मृत्यु अन्य कारणों से भी हुई हो, तो उन्हें चिन्हांकित करते हुए स्पाॅन्सर शिप योजना के अन्तर्गत उन्हें पढ़ने-लिखने हेतु लाभांवित करें।
 
उक्त बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स द्वारा जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया कि समस्त ब्लाकों के सीडीपीओ से इस आशय का प्रमाण पत्र ले लिया जाय कि उनके ब्लाक में कोई भी पात्र लाभार्थी अवशेष नहीं रहा है। उन्होंने महिला कल्याण विभाग की जो भी संचालित योजनाएं हैं उनके पात्र लाभार्थियों का जन-जन तक पहँुचाने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार करें।  
 
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 डी0के0 त्रिपाठी, जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी अशोक कुमार, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति सुमन खरे, महिला कल्याण अधिकारी रेखा गुप्ता, संरक्षण अधिकारी रूपाली सिंह, वन स्टाप सेन्टर मैनेजर सीता सिंह एवं बाल संरक्षण इकाई की कार्मिक रेखा त्रिपाठी सहित आदि उपस्थित रहे। 
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