गुड खाने के फायदे
गुड़ में कई पौष्टिक तत्व विद्यमान रहते हैं.रासायनिक विश्लेषणों से यह बात सामने आयी है कि अनेक खाद्योपयोगी घटक जैसे लोहा, कैल्शियम, गंधक, पोटेशियम एवं विटामिन आदि गुड़ में भरपूर मात्रा में उपलब्ध है| गुड़ में पैनथीनिक एसिड, नायसिन, थियासिन, रीबोप्लेविन, पायरिडोक्सिन, बायोटिन, फालिक एसिड तथा आइनोसिटल इतनी मात्रा में पाए जाते हैं कि यह एक प्रमुख सामग्री के रूप में गिना जाता है|गुड़ के प्रत्येक 100 ग्राम भाग में प्रोटीन 0.4 ग्राम, वसा 0.1 ग्राम, खनिज 0.6 ग्राम, कैल्शियम 80 मि.ग्रा, फास्फोरस 40 मि.ग्रा, लोहा 11.4 मि.ग्रा आदि पोषक तत्व होते हैं|
1- वैज्ञानिकों एवं चिकित्सकों का कहना है कि यौवन क्षमता बनाए रखने तथा लम्बी उम्र के लिये गुड़ का प्रयोग अच्छा रहता है|
2 – जो बच्चे रिकेट दांत के क्षय या कैल्शियमहीनता की दूसरी बीमारियों से पीड़ित हो उनको हमेशा चीनी की जगह पर्याप्त गुड़ देना चाहिये|
3- बढ़ते हुए बच्चों के लिये यह एक अत्यन्त उत्तम खाद्य है|
4 – प्रसव के पश्चात स्त्रियों को गुड़ देना प्राचीनकाल से चला आ रहा है.शिशु जन्म के बाद गर्भाशय की पूर्ण रूप से सफाई न होने पर अनेक विकार होने की संभावना बनी रहती है|
5 – शिशु के जन्म के 3 दिन तक प्रसूता को गुड़ के पानी के साथ सौंठ दी जाती है, गुड़ ग्लूकोज के समान ही एक पौष्टिक आहार है.इसमें कैलोरी भी भरपूर मात्रा में पायी जाती है|
6 – गुड़ और काले तिल के लड्डू बच्चों को देने से बच्चों का बिस्तर में पेशाब करना दूर हो जाता है|
7 – भोजन के बाद गुड़ खाने से गैस नहीं बनती है। सर्दी, जुकाम या कफ बहुत बनता हो तो अदरक व गुड़ बराबर मात्रा में दिन में तीन बार लेने से आराम मिलता है|