मज़ा सुबह -शाम लेते हैं
( शायर- नरेश सागर ) प्यार शर्तो पर करते हो , वफा का नाम लेते हो पकड़ते हैं जब हम दामन ,कलेजा थाम लेते हो
( शायर- नरेश सागर ) प्यार शर्तो पर करते हो , वफा का नाम लेते हो पकड़ते हैं जब हम दामन ,कलेजा थाम लेते हो
लखनऊ – कुशवाहा समाज का स्वर्णिम इतिहास रहा है और पिछड़े वर्गों मे सबल कुशवाहा समाज देश -प्रदेश की अगुवाई करने की क्षमता रखता है |किन्तु एकजुटता न होने के
लखनऊ – कुशवाहा समाज का स्वर्णिम इतिहास रहा है और पिछड़े वर्गों मे सबल कुशवाहा समाज देश -प्रदेश की अगुवाई करने की क्षमता रखता है |किन्तु एकजुटता न होने के